बॉलीवुड में कम फिल्में करने वाले इमरान हाशमी ने एक इंटरव्यू में कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में खुद को बनाए रखना बहुत मुश्किल चुनौती है। इसलिए अगर कोई अभिनेता कहता है कि वह असुरक्षित व्यक्ति नहीं है तो वह झूठ बोलता है।
इमरान हाशमी ने हिन्दी फिल्म उद्योग में अपने करीब दो दशक लंबे करियर में अलग-अलग किरदार निभाने वाले अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। उनका मानना है कि फिल्मी दुनिया में होने वाले संघर्ष का कभी अंत नहीं होता है।
हाशमी ने पीटीआई से कहा, ‘एक अभिनेता शायद सबसे ज्यादा असुरक्षित व्यक्ति होता है। अगर आपसे कोई कहता है कि वह असुरक्षित नहीं है, तो वह झूठ बोल रहा है। कंपटीशन में बने रहना आसान नहीं है। सबका संघर्ष चलता रहता है। यही इस कारोबार की प्रकृति है। किसी एक चीज की वजह से दूसरी चीज की राह बनती है। मेरे पास कोई योजना नहीं है। मौका तलाशिए और आगे बढ़िए।’
इमरान हाशमी ने कहा कि वह करियर के इस दौरा का मजा ले रहे हैं जहां उन्हें अच्छे किरदार निभाने के मौके मिल रहे हैं। इसमें नेटफ्लिक्स इंडिया ऑरिजिनल की ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ में भारतीय खुफिया एजेंट कबीर आनंद की भूमिका शामिल है।
हाशमी ने कहा, ‘यह मेरे लिए बेहतरीन वक्त है। अतीत में घर चलाने के लिए मैंने कुछ फिल्में बेमन से की थीं। वो मेरी सोच के मुताबिक नहीं थीं। लेकिन अब अच्छा वक्त है। नेटफ्लिक्स जैसे मंचों पर यथार्थवादी फिल्में आ रही हैं।
सात कड़ियों की श्रृंखला बिलाल सिद्दीकी की किताब पर आधारित है। इस सीरीज की निर्माता सुपरस्टार शाहरुख खान की रेड चिलीज एंटरटेंमेंट है।