सफेद लहसुन के लाभकारी गुणों से तो हम सभी वाकिफ है। खाना बनाने के दौरान रोजाना हम इसे इस्तेमाल में लाते हैं। इससे खाने में तो टेस्ट आता ही है। साथ साथ इसके रोजान सेवन से शरीर पर कई लाभकारी असर भी पड़ते हैं। यह तो रही बात सफेद लहसुन की पर क्या आपने कभी काले लहसुन के प्रयोग बारे में सुना है? अगर नहीं तो हम आपको बताएंगे कि इसके इस्तेमाल से क्या क्या फायदे हो सकते हैं? काला लहसुन सफेद लहसुन का ही एक रूप है। इसके नियमित सेवन से आपके स्वास्थ्य पर विभिन्न तरह के लाभकरी असर होते हैं। आइए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में…
क्या होता है काला लहसुन?
काला लहसुन यानी ब्लैक गार्लिक, सफेद लहसुन का ही एक रूप है। इसे फर्मेंट करके तैयार किया जाता है। इसके स्वाद में तीखापन ज्यादा नही होता है। काले लहसुन के भीतर पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।
सेहत के लिए होता है फायदेमंद
सफेद लहसुन में पाए जाने वाला एलिसिन नामक पोषक तत्व काले लहसुन में भी पाया जाता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के साथ साथ कोलेस्टेरॉल व हृदय से संबंधित रोगों को भी कम करता है। यह बॉडी सेल्स को संतुलित कर शरीर की इम्यूनिटी पावर को बढ़ाता है। इसके भीतर एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण भी पाए जाते हैं। इसके लाभकारी गुणों की श्रंखला यहीं खत्म नहीं होते, यह ब्लड के शुगर लेवल को भी संतुलित रखता है।
एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर
काला लहसुन जब फर्मेंटेशन प्रक्रिया से गुजरता तो इसके भीतर यूनिक एंटी-ऑक्सिडेंट्स गुण आ जाते हैं, जिसके एंटी-इन्फ्लैमेटरी फायदे हैं। इसके अलावा इसके भीतर पॉलिफेनॉल, फ्लेवोनॉइड और अल्कलॉइड की मात्रा भी अधिक होती है।
विभिन्न प्रकार के कैंसरों के इलाज में है मददगार
ब्लड कैंसर, पेट के कैंसर और कोलन कैंसर के इलाज में काले लहसुन का सेवन काफी मददगार साबित होता है । यह एलर्जी को कम कर बढ़ाता है। इसके सेवन से लिवर को किसी भी तरह का डैमेज नही होता। काला लहसुन दिमाग को स्वस्थ बनाने का भी काम करता है।
