कुवैत की आग में जलकर मर गए 40 भारतीयों में से 21 केरल से, 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान

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कुवैत में बुधवार शाम लगी भीषण आग में 40 भारतीयों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में 21 केरल के थे। केरल सरकार ने भी आंकड़ों की पुष्टि की है। सीएम पिनराई विजयन ने हेल्थ मिनिस्टर वीणा जार्ज को हादसे में झुलसे मलयाली की मदद करने और मारे गए शव को वापस लाने के लिए कुवैत भेजा है। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह पहले ही कुवैत पहुंच चुके हैं। केरल सरकार ने कुवैत अग्निकांड में मारे गए मलयाली लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इस हादसे में अभी तक 49 लोगों की मौत होने सूचना है।सात मंजिला बिल्डिंग में आग
बुधवार को अहमदी प्रांत के मंगाफ में एक सात मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई। बुधवार सुबह जब किचन में आग लगी तो तब उस बिल्डिंग में करीब 195 श्रमिक सो रहे थे। कुवैत के आंतरिक मंत्रालय और फायर ब्रिगेड के बताया कि इस बिल्डिंग में एंट्री और एग्जिट का एक ही रास्ता था। सो रहे श्रमिक जब जागे तबतक पूरे मकान में काला धुआं फैल चुका था। एक रास्ता होने के कारण उन्हें भागने का मौका नहीं मिला और धुएं में अधिकतर लोगों का दम घुट गया।

दक्षिण भारत के सैकड़ों लोग यहां करते हैं कामजानकारी के मुताबिक, कुवैत के जिस इमारत में आग लगी, वह केरल के कारोबारी केजी अब्राहम की है। इसे एनबीटीसी ग्रुप को किराये पर दिया गया था। अब्राहम की कंपनी 47 साल से कुवैत की ऑयल इंडस्ट्री में काम कर रही है। उसकी कंपनी में केरल समेत दक्षिण भारत के सैकड़ों लोग काम करते हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि कंपनी और बिल्डिंग के मालिक ने पैसे बचाने के चक्कर में कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ किया। इस बिल्डिंग में प्रवासी मजदूर ठूंस-ठूंसकर रखे गए थे।