बढ़ता वजन लगभग हर दूसरे व्यक्ति की समस्या है। इसका कारण है बदलती जीवनशैली जिसमें लगभग सारा काम बिना मेहनत के हो जाता है। पुरुषों और महिलाओं का ज्यादातर समय ऑफिस में बैठकर बीतता है जिसका सीधा असर कमर के ऊपर पड़ता है। कमर के ऊपर चढ़ती चर्बी से हो गए हैं परेशान तो रोजाना सुबह इन योगासन का अभ्यास जरूर ही राहत पहुंचाएगा और बढ़ते वजन को कम करने में मदद करता है।
चक्रासन
कमर के बल योग मैट पर लेट जाएं। अपने दोनों पैरों को मोड़ लें और अपने दोनों हाथों की हथेलियों को कंधे के नीचे रखें। सांस को भरें और सांस को छोड़ते हुए अपने शरीर के निचले भाग को ऊपर ऊठाएं। फिर सांस को भरते हुए अपने शरीर के ऊपरी भाग को उठाएं। 60 से 90 सेकंड तक इस आसन में रुकें। फिर सांस को छोड़ते हुए पहले शरीर के निचले भाग तथा बाद में ऊपरी भाग को नीचे लाएं।
पूर्ण पवनमुक्तासन
कमर के बल लेट जाएं और सांस को भरते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते वक्त अपने दोनों पैरों को मोड़ लें और हाथों से दोनों पैरों को पेट पर अधिकतम दबाव देते हुए कस के दबाएं। फिर सांस लें और सांस छोड़ते वक्त अपने सिर को ऊठाएं और नाक को घुटने के बीच में रखें। 60 से 90 सेकंंड तक इसी पोजिशन में बने रहें। उसके बाद सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
द्विचक्रिक आसन
दोनों पैरों को 90 डिग्री में उठाएं। गहरी लंबी सांस लें तथा सांस छोड़ते वक्त पैरों को 20 से 30 बार एक साथ गोल-गोल घुमाएं। फिर पैरों कोआराम से नीचे रखें। दोबारा से सांस भरते हुए पैरों को उठाएं और सांस को छोड़ते हुए एक साथ गोल-गोल विपरीत दिशा में 20 से 30 बार घुमाएं।
नौकासन
पीठ के बल सीधा लेट जाएं। गहरी लंबी सांस लें तथा सांस छोड़ते वक्त दोनों पैरों को 45 डिग्री तथा हाथों को सिर के ऊपर तक उठाएं। 45 से 60 सेकंड तक इस आसन में रुकें।
उत्तानपाद आसान
कमर के बल योग मैट पर लेट जाएं और सांस को भरते हुए अपने दोनों पैरों को 30 डिग्री पर उठाएं। 20 से 30 सेकेंड तक सांस रोककर इस आसन में रुकें। सांस को छोड़ते हुए दोनों पैरों को 45 डिग्री तक उठाएं। 20 से 30 सेकेंड तक सांस को रोकते हुए इस आसन में रुकें। इसके बाद इसी तरह 60 और 90 डिग्री का भी अभ्यास करें। फिर सांस को छोड़ते हुए वापस आएं. इसका तीन बार आभ्यास करें।
