आने वाले साल 2020 में मोबाइल बैंकिंग पर होंगे ज्यादा हमले

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नए साल में सबसे ज्यादा साइबर हमले मोबाइल बैंकिंग और ई-कॉमर्स पर होंगे, यह अनुमान साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर बनाने वाली एक प्रमुख कंपनी ने किया है। कंपनी का दावा है कि नए साल में शेयर मार्केट में निवेश पर काम कर रहे एप्लीकेशन, ऑनलाइन रखा जा रहा वित्तीय डाटा प्रोसेसिंग सिस्टम और क्रिप्टोकरेंसी भी इन हमलों की जद में होंगे।
यह रिपोर्ट जारी करने वाली कंपनी कैस्परस्की के अनुसार साल 2019 में वित्तीय साइबर हमलों को समझने में काफी मदद मिली थी। इसके आधार पर भावी खतरों का अनुमान लगाया गया है। वित्त तकनीकी कंपनियां इन खतरों से लगातार जूझ रही है।

अधिकतर मोबाइल एप सुरक्षा के लिए वाजिब कदम भी नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में मोबाइल बैंकिंग एप के सोर्स कोड लीक होने और इसकी वजह से आम यूजर्स का डाटा अपराध में उपयोग हो सकता है और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा सकता है। यह हमले पूर्व में हुए जीयस और स्पाईआई हमलों जैसे होंगे।
बैंक के नेटवर्क तक पहुंच बेची जा सकती हैं
रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीका, पूर्वी यूरोप और एशिया के कुछ देशों में ऐसे समूह काम करेंगे जो बैंकों के नेटवर्क तक पहुंच हासिल कर इन्हें अपराधियों को बेच सकते हैं। इनका लक्ष्य छोटे बैंक और हाल में बड़े उद्योग समूहों द्वारा खरीदे गए छोटे वित्तीय संस्थान व कंपनियां होंगे।
ऑनलाइन पेमेंट, मेडिकल रिकॉर्ड भी टारगेट पर
इसके अलावा बड़े हमले ऑनलाइन पेमेंट प्रक्रिया पर भी होंगे। इसकी वजह से हजारों कंपनियों पर संकट खड़ा हो सकता है। वहीं जैसे जैसे विभिन्न अस्पताल अपने मरीजों का डाटा ऑनलाइन रखने लगे हैं, इनकी साइबर चोरी भी बढ़ सकती है।