(www.arya-tv.com)बांदा में अवैध खनन के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। शासन के निर्देश पर STF की गोपनीय जांच में डीएम आनंद कुमार सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान की मिलीभगत उजागर हुई है। STF की रिपोर्ट पर शासन ने डीएम आनंद कुमार सिंह को वहां से हटाकर एपीसी शाखा में विशेष सचिव बनाया गया है। जबकि एएसपी को सस्पेंड कर दिया गया है। डीएम आनंद की जगह मिर्जापुर में तैनाती के दौरान प्राइमरी स्कूल में नमक-रोटी कांड पर पत्रकार को जेल भिजवाने वाले आईएएस अनुराग पटेल को बांदा का डीएम बनाया गया है।
एएसपी पर ट्रक बार्डर पार करवाने का आरोप
एसटीएफ की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि एएसपी महेंन्द्र प्रताप चौहान बांदा के थाना क्षेत्र गिरवा, नरैनी में मध्य प्रदेश से खनन होकर आने वाली मौरंग की गाडि़यों को पास करवाने में शामिल थे। फिलहाल शासन ने पीएसी सीतापुर में तैनात लक्ष्मी निवास मिश्र को उनके स्थान पर एएसपी बांदा की तैनाती दी है।
अनुराग पटेल ने मिर्जापुर में डीएम रहते सरकार की कराई थी फजीहत
बांदा में तैनात हुए नए डीएम अनुराग पटेल भी विवादों में रहे हैं। अनुराग पटेल शासन को 2019 के नवंबर माह में मिर्जापुर से स्थानांतरण करते हुए लखनऊ में विशेष सचिव कृषि उत्पादन पद पर कर दिया था। मिर्जापुर में अनुराग पटेल लगभग 15 महीनों तक जिलाधिकारी के पद पर रहे थे। उनका मिर्जापुर नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल के साथ पूरे कार्यकाल में 36 का आंकड़ा रहा, लेकिन डीएम के रूप में सबसे ज्यादा चर्चित अनुराग पटेल जमालपुर के सियुर प्राथमिक विद्यालय मिड डे मील में बच्चों को नमक-रोटी मामले से हुए। खबर बनाने वाले पत्रकार पर उन्होंने अहरौरा थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इसके बाद मामले में मीडिया में दिए उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब फजीहत हुई थी।