इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) का कथित खलीफा अबु अल बक्र बगदादी शनिवार रात को अमेरिकी सेना के आॅपरेशन में मारा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी घोषणा की है। ट्रंप ने कहा है कि आतंक का सबसे बड़ा सरगना बगदादी कुत्ते की मौत मारा गया है।
आपको बता दें कि इराक और सीरिया में बगदादी ने बर्बरता की मध्सययुगीन करतूत पेश की थी। गैरमुस्लिम नागरिकों का अपहरण कर उनका बर्बरता से मर्डर करने के साथ साथ बगदादी हर साल अरबों रुपए विदेशी नागरिकों के अपहरण के बाद उन्हें छोड़ने के एवज में वसूलता था। बगदादी की बर्बरता से लोग सहमे थे।
बगदादी कैमरे पर विदेशी नागरिकों का चाकू से गला रेतकर वीडियो वायरल कर डर फैलाता था। ट्रंप ने बताया कि अमेरिकी कमांडो के कुत्तों ने दौड़ा दौड़ाकर बगदादी को किया बेहाल कर दिया। अन्त में उसने आत्मघाती जैकेट से खुद को उड़ाकर जान दे दी थी।
क्यों लगाया गया कत्तों को?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी यूएस स्पेशल ऑपरेशन फोर्सेज के कमाडों ने शनिवार रात को सीरिया के इडलिब प्रांत के एक गांव बारिशा में बगदादी को घेर लिया। बगदादी आत्मघाती जैकेट पहनकर सुरंग में घुसा और दौड़ने लगा। इस दौरान उसने अपने तीन बच्चों को ढाल बनाकर रखा था। राष्ट्रपति ट्रंप के मुताबिक बगदादी अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाने के लिए बगदादी किसी भी वक्त अपने आत्मघाटी जैकेट में विस्फोट कर सकता था। इसलिए उसके पीछे यूएस स्पेशल ऑपरेशन फोर्सेज के ट्रेंड कुत्तों को लगाया गया। ये खूंखार कुत्ते काफी देर तक बगदादी को दौड़ाते रहे। आखिरकार एक जगह सुरंग खत्म हो गई और बगदादी की जिन्दगी भी।
