पाकिस्तान पुलिस के सेवानिवृत्त अधिकारी राव अनवर अहमद खान को मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के मामले में अमेरिका ने काली सूची में डाल दिया है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मलिर जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवा दे चुके मुठभेड़ विशेषज्ञ राव पर गैरकानूनी एनकाउंटर करने का आरोप है।
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि मलिर में एसएसपी के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान अनवर लगातार फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। उसने कई लोगों को मौत के घाट उतारा है। इतना ही नहीं राव अनवर पर वसूली, भूमि-अधिग्रहण, मादक पदार्थों की तस्करी और हत्या का भी आरोप है।
रिपोर्ट में बताया गया गया है कि अनवर ने मलिर जिले में 190 से अधिक मुठभेड़ों को अंजाम दिया, जिसमें 400 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें से अधिकतर फर्जी एनकाउंटर थे। अनवर ने पुलिस, अपराधी व ठगों के नेटवर्क भी बना रखा था जो वसूली, भमि-अधिग्रहण, मादक पदार्थों की तस्करी और हत्याएं करने जैसे अपराधों में शामिल था।
अनवर छह देशों के उन 18 व्यक्तियों में शामिल हैं, जिन पर अमेरिकी वित्त मंत्रालय (ट्रेजरी विभाग) ने आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं।
निर्दोषों के खिलाफ अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे
ट्रेजरी विभाग के सचिव स्टीवन टी न्यूकिन ने कहा कि अनवर ने अपराधियों और उन पुलिस अफसरों को संरक्षण दिया जो जबरन वसूली, जमीन पर कब्जा, नशीले पदार्थों की तस्करी और हत्या में शामिल थे। अनवर को गंभीर मानवाधिकारों के दुरुपयोग में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने के लिए जिम्मेदार माना गया है। न्यूकिन ने कहा कि अमेरिका निर्दोष नागरिकों के खिलाफ अत्याचार, अपहरण, यौन हिंसा, हत्या या क्रूरता बर्दाश्त नहीं करेगा।
वहीं ‘वॉयस ऑफ कराची’ के प्रमुख नदीम नुसरत ने अमेरिकी वित्त मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया और कहा कि वैश्विक स्तर पर मानवाधिकार की रक्षा करने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है।