देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को झटका दिया है। एसबीआई ने रिटेल टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर दी है। फिक्स्ड डिपॉजिट (दो करोड़ रुपये से कम) पर एसबीआई ने घोषणा की है। एसबीआई ने इसमें 10 से 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। इसके साथ ही एकमुश्त एफडी (बल्क टर्म डिपॉजिट यानी दो करोड़ रुपये से ज्यादा) पर मिलने वाले ब्याज में 25 से 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की गई है। नई दरें 10 फरवरी 2020 से लागू होंगी।
आइए जानते हैं कि दो करोड़ से कम की एफडी पर आपको कितना ब्याज मिलेगा।
अवधि आम नागरिकों के लिए नई दर (10 फरवरी 2020 से) वरिष्ठ नागरिकों के
लिए नई दर (10 फरवरी 2020 से)
सात से 45 दिन 4.50 फीसदी 5.00 फीसदी
46 से 179 दिन 5.00 फीसदी 5.50 फीसदी
180 से 210 दिन 5.50 फीसदी 6.00 फीसदी
211 से एक साल 5.50 फीसदी 6.00 फीसदी
एक साल से दो साल 6.00 फीसदी 6.50 फीसदी
दो साल से तीन साल 6.00 फीसदी 6.50 फीसदी
तीन साल से पांच साल 6.00 फीसदी 6.50 फीसदी
पांच साल से 10 साल 6.00 फीसदी 6.50 फीसदी
ऐसे चुनें सही एफडी
बैंक हर अवधि की एफडी पर अलग ब्याज दर देते हैं। निवेश के लक्ष्य को देखकर सही अवधि और ज्यादा ब्याज दर चुनें।
पैसे लगाने से पहले बैंक की साख को परखें और क्रिसिल, इक्रा पर रेटिंग की जांच करें।
भुगतान के तरीकों की जानकारी लें। बैंक संचयी एफडी में ब्याज दर का भुगतान परिपक्वता अवधि पर ही करते हैं। गैर संचयी एफडी पर ब्याज का भुगतान विकल्प के तहत तिमाही, छमाही या सालाना हो सकता है।
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ब्याज दर
आइए जानते हैं ऑनलाइन एसबीआई एफडी खाता खोलने का तरीका क्या है।
सबसे पहले आपको एसबीआई (SBI) की नेट बैंकिंग वेबसाइट पर आईडी-पासवर्ड डालकर लॉगइन करना होगा।
अब फिक्स्ड डिपॉजिट विकल्प में जाकर आपको e-TDR/e-STDR (FD) पर क्लिक करना होगा। यहां टीडीआर का अर्थ है टर्म डिपॉजिट और एसटीडीआर यानी स्पेशल टर्म डिपॉजिट।
अब एफडी का प्रकार चुनकर आपको प्रोसीड पर क्लिक करना होगा।
ध्यान रहे कि अगर आपके पास एक से अधिक बैंक खाता है, तो आपको उस खाते पर क्लिक करना होगा, जिसका पैसा आप ट्रांसफर करना चाहते हैं।
अब एफडी प्रिंसिपल वैल्यू का चयन कर ‘अमाउंट’ कॉलम भरें। इसके साथ ही आपको जमा की अवधि को भी चुनना होगा।
इसके बाद ग्राहकों को ऑटो-रिन्यू प्रिंसिपल एंड इंटरेस्ट, या ऑटो रिन्यू प्रिंसिपल एंड रि-पे इंटरेस्ट या रि-पे प्रिंसिपल एंड इंटरेस्ट में से किसी विकल्प को चुनना होगा।
बाद में ग्राहकों को इसे सबमिट करना होगा, जिसके बाद उनका एफडी खाता खुल जाएगा। खाता खुलने के बाद ग्राहकों को एफडी की जानकारी दिखाई देगी।
नोट: एफडी खाता खोलने के बाद ग्राहक ट्रांजेक्शन नंबर को नोट कर लें। हो सके तो इसका प्रिंट भी निकाल लें।