राष्ट्रनिर्माण में युवाओं की अहम भूमिका:सशक्त सिंह

Education

भविष्य के युवा और युवाओं का भविष्य विषय पर आर्यकुल में संवाद कार्यक्रम आयोजित

लखनऊ, बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेजेस ने आज युवा, विद्यार्थियों, अभिभावकों, अध्यापकों, और विशेषज्ञों के बीच एक परिचर्चा का आयोजन किया जिसका विषय भविष्य के युवा और युवाओं का भविष्य रहा। यह कार्यक्रम पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, आर्यकुल कॉलेज ऑफ एजुकेशन तथा यूनाइट फाउंडेशन के सहयोग से किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती पूजन से की गयी। कार्यक्रम का उद्देश्य युवा विद्यार्थियों, अभिभावकों, अध्यापकों और विशेषज्ञों के बीच ‘‘ भविष्य के युवा और युवाओं का भविष्य‘‘ विषय पर संवाद एवं सार्थक परिचर्चा करना था । कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि राधेश्याम दीक्षित, सी. ई. ओ, यूनाइट फाउंडेशन, योगेश मिश्रा, अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय, प्रमोद कुमार त्रिपाठी वरिष्ठ उपाध्यक्ष, यूनाइट फाउंडेशन और शिव प्रसाद सिंह, वरिष्ठ संपादक शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सशक्त सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेजेस ने की ।

कॉलेज के प्रबंध निदेशक, सशक्त सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि युवाओं को जरूरत है अवसर व मार्गदर्शन की जो आपकी संस्था द्वारा हमारे विद्यार्थियों को दी जा रही है जिससे वे सभी देश के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा सकें। भविष्य में भी हम इस तरह के संवाद का आयोजन करते रहेंगे जो हम सब के लिए महत्वपूर्ण और लाभकारी है। साथ ही ऐसे संवाद युवाओं को सही मार्गदर्शन देने व एक सही लक्ष्य को निश्चित करने में मदद करते हैं। आर्यकुल कॉलेज सामाजिक बदलाव में हर संभव प्रयास करता रहा है व आगे भी राष्ट्रनिर्माण में अपना सम्पूर्ण योगदान देगा व लोगों को भी प्रेरित करता रहेगा।
आर्यकुल कॉलेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी ने सभागार में मौजूद सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस संवाद की शुरुआत राधेश्याम दीक्षित, सी. ई. ओ, यूनाइट फाउंडेशन ने की । उन्होंने इस संवाद के विषय में विस्तार से सम्बोधन किया, और बताया कि देश के युवा देश के निर्माण में कितनी बड़ी भूमिका है। साथ ही उन्होंने ने भारत वर्षोन्नती कैसे हो इसके प्रति सभागार में मौजूद युवावर्ग को जागरूक किया।और उनसे प्रण लिया कि देश के निर्माण में वो अपनी भागीदारी दर्ज करवाएंगे।

कार्यक्रम में शामिल योगेश मिश्रा, अधिवक्ता उच्च न्यायालय ने कहा , शहर एक व्यक्ति को अपने जीवन में चिंतन करने की आवश्यकता है। जीवन में असफलताओं का कारण है की हम अपने लक्ष्य को लेकर गंभीर नहीं है। उच्च शिक्षा, अभिभावकों का सहयोग व बेहतर संसाधन के बावजूद भी हम सफल नहीं हो पाते हैं क्यूंकि हमारे अंदर अध्यनशीलता और ऊर्जा की कमी है। हम सपने तो देखते हैं लेकिन उसे पूरा करने की कोई बेहतर योजना नहीं बना पाते हैं। अगर हम सभी अपने अंदर सभ्यता, संस्कृति व संस्कार की भावना ले आएं तो हमारा देश फिर सोने की चिड़िया बन सकता है। उन्होंने सभी युवाओं से आवाहन किया कि हम पहले खुद के व्यक्तित्व का निर्माण करें जो राष्ट्र निर्माण के लिए अधिक आवश्यक होगा। कार्यक्रम का मंच संचालन मैनेजमेंट विभाग की पूजा पाठक ने किया ।

इस अवसर पर कॉलेज के अपर निदेशक, डॉ वी. बी. सिंह, डीन राजीव जोहरी, फार्मेसी विभागाध्यक्ष बाल कृष्ण सिंह, सिद्धार्थ राजेंद्र, रॉबिन सिंह, पारुल सिंह फार्मेसी विभाग के प्रधानाध्यापक डॉ. दुर्गेश मणि त्रिपाठी संग शिक्षकगण व पत्रकारिता व डी. एल. एड. के छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे ।