प्राइमरी स्कूल में युवकों ने बनाई आपत्तिजनक रील, BSA ने वीडियो पर लिया संज्ञान

# ## UP

बस्ती के कुदरहा ब्लॉक के बेड़ारी एहतमाली प्राइमरी स्कूल में अश्लील और आपत्तिजनक रील बनाने का मामला सामने आया है. वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अनूप कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं. माना जा रहा है कि जांच के बाद इस लापरवाही के लिए प्रधानाध्यापक पर गाज गिर सकती है. यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में सुरक्षा और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े करती है.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में चार युवक बेड़ारी एहतमाली प्राइमरी स्कूल परिसर के अंदर बेधड़क घूमते और अश्लील हरकतें करते हुए दिख रहे हैं. ये युवक सिर्फ स्कूल परिसर में घुसते ही नहीं, बल्कि स्कूल के फर्नीचर, दीवारों और यहां तक कि छात्रों के इस्तेमाल होने वाले ब्लैकबोर्ड का भी इस्तेमाल अपने रील बनाने के लिए कर रहे हैं. वीडियो की सामग्री और भी ज्यादा आपत्तिजनक है. वीडियो में एक युवक शिक्षक का उपहास उड़ाते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहा है. इस घटना के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.

शिक्षा विभाग ने वीडियो पर लिया संज्ञान
ग्रामीण क्षेत्रों के प्राइमरी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी की कमी एक बार फिर उजागर हुई है. बस्ती के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए, एक जांच समिति का गठन किया गया है. यह समिति तुरंत मौके पर जाकर पूरी घटना की गहन पड़ताल करेगी.

जांच समिति का मुख्य कार्य यह पता लगाना होगा कि आखिर ये युवक स्कूल परिसर में कैसे घुसे? उन्होंने कब और कैसे यह रील बनाई? उस समय स्कूल में किसकी मौजूदगी थी और वे क्या कर रहे थे? क्या स्कूल में कोई कर्मचारी मौजूद था जिसने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की? इन सभी सवालों के जवाब जांच रिपोर्ट में अपेक्षित हैं.

स्कूल की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है. अक्सर इन स्कूलों में चहारदीवारी का अभाव होता है, जिससे कोई भी व्यक्ति आसानी से परिसर में घुस सकता है. कई बार चौकीदार या सुरक्षाकर्मियों की तैनाती नहीं होती, या यदि होती भी है तो उनकी उपस्थिति नाममात्र की होती है. ऐसे में बाहरी तत्वों के लिए स्कूल परिसर में अनाधिकृत घुसपैठ करना और किसी भी तरह की अराजकता फैलाना आसान हो जाता है.

जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में आगे की ठोस कार्रवाई की जाएगी. उम्मीद है कि इस घटना से सबक लेते हुए शिक्षा विभाग ग्रामीण स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए व्यापक और दीर्घकालिक कदम उठाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी शर्मनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. यह मामला सिर्फ कुछ युवकों द्वारा की गई रील का नहीं है, बल्कि यह हमारे बच्चों के शिक्षण वातावरण की सुरक्षा और गरिमा से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है.