जब एक कपल ने सुसाइड करने को लिया मेडिकल साइंस का सहारा

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के कानपुर में नर्सिंग स्टाफ की ट्रेनिंग ले रहे प्रेमी युगल ने खुदकुशी करने में भी मेडिकल साइंस का सहारा लिया। माना जाता है कि इस तरह खुदकुशी में मरने वाले को दर्द भी नहीं होता। इन दोनों प्रेमी युगल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ और दोनों के शरीर का पूरा खून बह गया और उनकी सोते-सोते ही मौत हो गई। शादी नहीं होने पर रेलबाजार में होटल का कमरा लेकर प्रेमी युगल ने खुदकुशी कर ली। दोनों ने नींद के इंजेक्शन की ओवरडोज ड्रिप में भरी और फिर उसे लगाकर लेट गए। इससे दोनों की मौत हो गई। होटल प्रबंधन की जानकारी पर रेलबाजार पुलिस मौके पर जांच-पड़ताल करने पहुंची। कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। अलग-अलग जाति होने के चलते दोनों के परिजन उनकी शादी के खिलाफ थे।

सीओ कैंट आरके चतुर्वेदी ने बताया कि फोरेंसिक एक्सपर्ट को जांच के दौरान कमरे से नींद की गोलियां और नशीली दवा मिलीं। एक्सपर्ट की मानें तो दोनों ने एक ड्रिप को बेड के ऊपर एसी के तार से टांग दिया। इसमें नशीली दवा मिला दी और दोनों ने नींद की गोलियां भी खा लीं। इसके बाद एक ही बोतल से दोनों ने अपने-अपने हाथों में ड्रिप लगा ली और सो गए। ड्रिप खत्म होते ही रिवर्स ब्लीडिंग होने लगी और वीगो से दोनों के शरीर का खून बह गया। इससे दोनों की मौत हो गई। दोनों के शरीर से इतना खून बहा कि पूरा गद्दा भीग गया।

रेलबाजार थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि होटल में जमा आईडी से दोनों की शिनाख्त हुई। मनोहर विहार बनका सतबरी यशोदा नगर निवासी सौरभ सिंह यादव (22) और नर्वल के हरिचंद्रखेड़ा गांव में रहने वाली मुस्कान सिंह (20) ने एक साथ खुदकुशी की है। सूचना पर दोनों के परिजन होटल पहुंचे। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि दोनों चकेरी के न्यू कुबेर अस्पताल में नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रहे थे। जांच में सामने आया कि शनिवार शाम करीब चार बजे दोनों अस्पताल से निकले थे। इसके बाद शाम करीब 7 बजे रेलबाजार के होटल ड्रीमलैंड पहुंचे और रात की ट्रेन होने की बात कहकर कमरा बुक कराया।

रात होने पर भी दोनों कमरे से नहीं निकले तो होटल का एक कर्मचारी दोनों को जगाने पहुंचा। काफी देर दरवाजा खटखटाने और बेल बजाने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिला। खिड़की से झांक कर देखा तो मामले की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस के सामने दरवाजा खोला गया। फोरेंसिक टीम और पुलिस ने घंटों कमरे में जांच-पड़ताल की इसके बाद शव के पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया।