(www.arya-tv.com)भारत में दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को रोकने और कोरोना की चैन तोड़ने के लिए कुछ हफ्तों का लॉकडाउन लगाना होगा। यह सुझाव अमेरिका के एपिडेमोलॉजिस्ट एंथोनी फॉसी ने अंग्रेजी अखबार को एक इंटरव्यू में दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत में दूसरी लहर थमती नजर नहीं आ रही है। इसके अलावा उन्होंने ऑक्सीजन सप्लाई, मेडिकेशन और PPE किट के उत्पादन पर भी ज्यादा से ज्यादा जोर देने कहा है।
उन्होंने कहा कि महामारी की भयावहता को देखते हुए, एक ग्रुप तैयार करना चाहिए। जो चुनौतियों को जाने और सभी चीजों को व्यवस्थित करे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना से पहले ही जीत की घोषणा कर दी थी। फॉसी बाइडन प्रशासन में चीफ मेडिकल एडवाइजर हैं।
फॉसी के इंटरव्यू की अहम बातें..
6 महीने का नहीं पर आंशिक तौर पर लॉकडाउन लगाना जरूरी
- उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले साल जब चीन में कोरोना विस्फोट हुआ था, तब वहां पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया था। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि 6 महीने के लिए सबकुछ बंद कर दें। लेकिन कुछ दिन के आंशिक रूप से इसे लगाना होगा। अगर वायरस के प्रसार को रोकना है। उन्होंने कहा कि कोई नहीं चाहता कि पूरा देश बंद हो, लेकिन जब आप लॉकडाउन 6 महीने का लगा देते हैं,तो इससे समस्या होती है। कुछ हफ्तों का लॉकडाउन स्थिति में सुधार ला सकता है।
- कुछ राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन अंतिम उपाय होना चाहिए। उन्होंने राज्यों से प्रवासी मजदूरों को भी काम और आजीविका की गारंटी के साथ अपने स्थानों पर बने रहने और भरोसा देने को लेकर भी कहा था।
भारत में मौतें कोरोना के अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में हुई
- भारत में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। शनिवार को रोजाना के केस ने 4 लाख के रिकॉर्ड आंकड़े को पार किया है। कुछ दिनों से लगातार लोगों की मौत हुई है। इसमें वो लोग भी शामिल हैं जिनकी मौत स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव के चलते हुई है। इनमें ऑक्सीजन की कमी की समस्या सबसे बड़ी है।
लोगों को ऑक्सीजन की तलाश करते सुना
- उन्होंने कहा कि जैसे-तैसे मरीज के परिवार ऑक्सीजन का इंतजाम कर लेते हैं, तो उन्होंने हॉस्पिटल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। मैंने सड़कों पर कुछ लोगों से उनके माता-पिता, बहन-भाईयों के लिए ऑक्सीजन की खोज करते सुना। उन्होंने लगता है कि यहां कोई संस्था और केंद्रीय संस्था काम नहीं कर रही है।
समस्या से निपटने में वैक्सीनेशन निभा सकता है अहम रोल
- इसके अलावा उन्होंने कहा कि वैक्सीन कोरोनावायरस की इस समस्या से निपटने में अहम रोल निभा सकती है। 1.40 अरब की जनसंख्या वाला देश अभी तक 2.4% जनसंख्या को टीका लगा चुका है। अभी इसे बहुत लंबा रास्ता तय करना है। इसके लिए जल्द से जल्द सप्लाई बढ़ाने की जरूरत है। दुनिया की दूसरी कंपनियों से अनुबंध करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाने के मामले में भारत अग्रणी देश है। इसका फायदा लेते हुए अपनी वैक्सीन उत्पादन क्षमता को बढ़ाने पर जोर देना होगा।