3 मई तक लॉकडाउन
कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे लड़े। हम विजई कैसे हों। हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो। लोगों की दिक्कतें कम कैसे हों। इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं हुईं और इन सभी चर्चाओं में से एक बात निकलकर आई कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। इस पर कई राज्य फैसला भी ले चुके हैं। इसलिए भारत में लॉकडाउन को 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। यानी 3 मई तक हम सभी को हर देशवासी को लॉक डाउन में ही रहना होगा।
एक भी मौत पर बढ़नी चाहिए चिंता
इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं। मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैले नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए कहीं पर भी एक भी मरीज की दुखद मौत होती है तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए और इसलिए हमें हॉटस्पॉट को इंगित करके पहले से भी ज्यादा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी ही होगी।
एक हफ्ते तक कठोर लॉकडाउन
हॉटस्पॉट का बनना हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा। यह नए संकट पैदा करेगा इसलिए अगले 1 सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा। वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है उस क्षेत्र में कोरोना से खुद को कितना बचाया है इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा। जो चित्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका कम होगी वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है लेकिन याद रखिए अनुमति सशर्त होगी बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे।
हॉटस्पॉट बढ़ेगा तो छूट खत्म
नियम अगर टूटते हैं और कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी। इसलिए न खुद कोई लापरवाही करनी है और ना ही किसी और को लापरवाही करने देना है। कल सरकार की तरफ से विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी। जो रोज कमाई करते हैं जो रोज खाते हैं वही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक हैं। इनके जीवन में मुश्किलों को कम करना है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया है। अब नई गाइडलाइन बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है।
इस समय रवि फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रयास कर रही हैं। किसानों को कम से कम दिक्कत हो इसकी हम कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त भंडार है। सप्लाई चैन की कमियों को लगातार दूर किया जा रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
टेस्टिंग की बढ़ीं लैब
टेस्टिंग की एक लैब थी, लेकिन अब 200 से ज्यादा लैब हो गई हैं। 600 से ज्यादा अस्पताल सिर्फ कोरोना के इलाज के लिए बनाए गए हैं। एक लाख से ज्यादा बेड तैयार हो चुके हैं। इन सुविधाओं को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। आज भारत के पास भले ही सीमित संसाधन हों, लेकिन भारत में युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए मानव कल्याण के लिए मेरे नौजवान साथियों आप आगे आएं और कोरोना की वैक्सीन बनाने का मेरे देश के नौजवान वैज्ञानिक बीड़ा उठाएं।