लखीमपुर।(www.arya-tv.com) आर्य कन्या डिग्री कॉलेज के पास सब्जी मंडी में बने डलावघर को लेकर रविवार रात विवाद हो गया। इसमें आर्य कन्या डिग्री कॉलेज प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन के बीच तीखी झड़प से स्थिति तनाव पूर्ण हो गई। कॉलेज के प्रशासक मुदित दीक्षित के मुताबिक कूड़ा डालने की जगह आर्य कन्या डिग्री कॉलेज की है, जिसका मुकदमा कॉलेज प्रशासन जीत चुका है। नगर पालिका प्रशासन का दावा है कि यह सूचना भ्रामक है।
कॉलेज ने कोई मुकदमा नहीं जीता है, यह नगर पालिका की जमीन है। चेयरपर्सन निरुपमा वाजपेयी कहती हैं कि नगर पालिका की संपत्ति की रक्षा करना उनका धर्म है सब्जी मंडी नाले के पास पुराना डलावघर नगर पालिका और आर्य कन्या डिग्री कॉलेज के बीच काफी समय से विवाद का कारण रहा है। रविवार रात नगर पालिका परिषद अध्यक्ष के पति डॉ. सतीश कौशल वाजपेयी मौनी, नगर पालिका परिषद के सर्वेयर अमित सोनी, सभासद अनिरुद्ध त्रिपाठी ने यहां जब कचरा डलवाया तो विवाद हो गया।
कॉलेज के प्रशासक मुदित दीक्षित का कहना है कि जब उन्होंने कचरा डालने से मना किया तो डॉ. सतीश कौशल वाजपेयी (मौनी), सर्वेयर अमित सोनी, सभासद अनिरुद्ध त्रिपाठी ने अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया। उधर डॉ. मौनी, सभासद अनिरुद्ध त्रिपाठी, सर्वेयर अमित सोनी ने इसे सिरे से नकारते हुए कहा कि वह नगर पालिका की संपत्ति है और उन्होंने किसी तरह की अभद्रता नहीं की है। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सुरचना त्रिवेदी का कहना है कि महाविद्यालय के पास की जमीन जिस पर नगर पालिका ने वर्षों कूड़ा डाला है, उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ से उसका मुकदमा जीत चुके हैं।
इस जमीन को लेकर 1989 में जिला स्तर पर न्यायालय में पहली अपील की गई थी, जिसमें भी नगरपालिका मुकदमा हार गई थी। फिर हाईकोर्ट में दूसरी अपील की और इसमें भी नगर पालिका हार गई। उन्होंने बताया कि 12 मई 2014 को इस केस की सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने नगर पालिका को उस जगह कूड़ा न डालने की हिदायत दी थी, लेकिन नगर पालिका के लोग नहीं मान रहे हैं।