उत्तर प्रदेश की इस औद्योगिक नगरी पर जंग का बड़ा असर, हो सकता है करोड़ों का नुकसान

# ## National

(www.arya-tv.com) इसराइल हमास के बीच चल रहे इस युद्ध के कारण अब भारतीय औद्योगिक इकाइयों पर भी असर पड़ने लगा है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को औद्योगिक नगरी के नाम से पहचान मिली है. पिछले कुछ वर्षों में गाजियाबाद इंडस्ट्री हब बन चुका है. दिल्ली से सटे इस जिले में अब चिंता सताने लगी है. दरअसल, ऐसी कई औद्योगिक इकाई है जिनका रॉ मैटेरियल इजराइल से आता है और फाइनल मटेरियल एक्सपोर्ट किया जाता है.

अगर यह युद्ध लंबा चला तो औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले हजारों लोगों के रोजगार पर भी संकट आ सकता है.

इन इकाईयों को करोड़ों का नुकसान
अरुण शर्मा ने बताया की गाजियाबाद में 35 हजार इकाइयां हैं. जब ये युद्ध को शुरु हुए दो-तीन दिन हुआ था तब तो कोई असर नहीं आया था. लेकिन अब इंडस्ट्री में भय का माहौल है. भारी मात्रा में एक्सपोर्ट प्रभावित हुआ है. जिन देशों से माल आकर, प्रोसेसिंग के बाद आगे जाता था, उन देशों ने माल लेना बंद कर दिया. केमिकल इंडस्ट्री, रेडीमेड गारमेंट पर डायरेक्ट और इनडायरेक्ट काफी असर पड़ रहा है. इस हफ्ते 100 करोड़ का एक्सपोर्ट फिलहाल प्रभावित हुआ है. इसके कारण अगले सप्ताह के दूसरे देशों से आने वाले सभी ऑर्डर निरस्त कर दिए गए हैं.

बाकी देशों ने माल भेजने से किया मना
गाजियाबाद की जो डोमेस्टिक इंडस्ट्री है डोमेस्टिक सेल में डील करती है. उस पर लंबा युद्ध चलने पर भी असर नहीं पड़ेगा. लेकिन जो एक्सपोर्ट कर रहा है, उस पर असर पड़ेगा. इस युद्ध के कारण बाकी देशों ने भी माल लेने से मना कर दिया है, जिस कारण से ज्यादा समस्या बढ़ रही है. जनपद गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक जीएसटी देने वाला जिला है. गाजियाबाद 8 लाख करोड़ रुपया प्रतिमाह जीएसटी के रूप में उत्तर प्रदेश शासन सरकार को देती है. अगर यह युद्ध लंबा चलता है तो रात की शिफ्ट एक्सपोर्ट वाले बंद कर देंगे तो उससे जीडीपी भी प्रभावित होगा और टैक्स कलेक्शन भी काफी कम होगा.

अरब मुल्को ने बंद किए आर्डर
गाजियाबाद से एक्सपोर्ट करने वाले रवि जैन ने बताया कि अगर यह युद्ध जल्दी नहीं रुकता है तो गाजियाबाद और उत्तर प्रदेश के इकाइयों पर इसका काफी बड़ा असर पड़ेगा. वैसे ही जो एक्सपोर्ट के आर्डर है, वह काफी कम हो गए है. हम लोग दुबई, कतर, अरब देशों में ऑर्डर भेजते हैं. लेकिन वहां से अभी कुछ भी इनपुट नहीं मिल रहा है. गाजियाबाद से इंडीनियस प्रोडक्ट, मशीने, पेट्रो-केमिकल्स आदि का एक्सपोर्ट ज्यादा होता है.