अयोध्या में मस्जिद निर्माण में भी तेजी ; एक महीने में आर्किटेक्ट डिजाइन तैयार होगी

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  • अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर का भूमि पूजन के होने के बाद अब मस्जिद के निर्माण की कवायद
  • फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन के मुताबिक, एक महीने में ऑर्किटेक्ट डिजाइन तैयार हो जाएगा

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन के बाद अब पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद के निर्माण की तैयारी भी शुरू हो गई है। करीब 1400 वर्गमीटर एरिया में बनने वाली मस्जिद के निर्माण के लिए गठित इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ने कवायद शुरू कर दी है। फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन के मुताबिक, एक महीने के अंदर मस्जिद के प्लान का आर्किटेक्ट डिजाइन तैयार हो जाएगा। इसको जाने माने आर्किटेक्ट तैयार करेंगे।

फाउंडेशन के सदस्य ने बताया कि अयोध्या जिला प्रशासन ने सोहवल तहसील के धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन के कागजात ट्रस्ट को सौंप दिए है। अब मौके पर हदबरारी और मेड़बंदी करवाकर प्रशासन मौके पर कब्जा देगा। इसके लिए सोहवल तहसील प्रशासन से बात हो चुकी है। अब मस्जिद ट्रस्ट की टीम मौके पर हदबरारी और मेड़बंदी के समय नहीं आएगी। यह सारा काम तहसील प्रशासन करके ट्रस्ट को जल्द सूचित करेगा।

अतहर ने बताया कि ड्राफ्ट्समैन को मौके पर भेजा जाएगा जो जमीन की नाप-जोख कर टोपो ग्राफिक प्लान का नक्शा तैयार करेगा। टोपो ग्राफिक नक्शे से एक्सपर्ट आर्किटेक्ट पैनल मस्जिद और हाॅस्पिटल, कम्युनिटी किचन, कल्चरल सेंटर का डिजाइन आर्ट वर्क तैयार करेगा। यह सारी प्रक्रिया एक महीने में पूरी कर ली जाएगी।

नवंबर के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकता है
मस्जिद ट्रस्ट के सचिव के मुताबिक, जहां मस्जिद के लिए जमीन उपलब्ध करवाई गई है, वह सरकारी फार्म हाउस का हिस्सा है जहां इस समय धान की फसल लहलहा रही है। हरी फसल को कटवाना हमारे ईमान के खिलाफ है। इसके तैयार होने और कटवाने के लिए नवंबर तक इंतजार करना पड़ सकता है। जमीन खाली होने के बाद ही इस पर किसी तरह से निर्माण का काम शुरू हो सकता है।

एक सप्ताह में बैंक अकाउंट खुल जाएगा
ट्रस्ट के मुताबिक, बैंक अकाउंट खोलने की सारी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। सभी सदस्यों के केवाईसी आ गए हैं। उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर बैंक खाता खुल जाएगा। और बैंक अकाउंट 25 अगस्त तक एक्टिवेट हो जाएगा। मस्जिद के लिए सहयोग करने के लिए बहुत लोगों ने अब तक पेशकश की है। ट्रस्ट के खाते का पैन नम्बर मिलने के बाद सहयोग राशि बैंक के खाते में जमा होने लगेगी। उसी से मस्जिद के निर्माण का काम शुरू करवा दिया जाएगा।