(www.arya-tv.com) एक समय में म्यूजिक लवर्स की पसंद रहे और स्टेटस सिंबल बन चुके आईपॉड को अब एपल नहीं बनाएगी। टेक कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की है। हालांकि, आप एपल स्टोर्स में मौजूदा सप्लाई के खत्म होने तक इसे खरीद सकते हैं। आइपॉड को 21 साल पहले 23 अक्टूबर 2001 को लॉन्च किया गया था। यह पहला एमपी3 प्लेयर था जो 1,000 से ज्यादा गाने और 10 घंटे की बैटरी को स्टोर करने में सक्षम था।
एपल के वर्ल्डवाइड मार्केटिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ग्रेग जोस्वियाक ने कहा, ‘एपल में म्यूजिक हमेशा कोर का हिस्सा रहा है और जिस तरह से आईपॉड इसे लाखों लोगों तक लेकर आया है वह एक म्यूजिक इंडस्ट्री के प्रभाव से ज्यादा है। आईपॉड ने म्यूजिक सुनने, डिस्कवर करने और शेयर करने के तरीके को रीडिफाइन किया है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी के सभी प्रोडक्ट्स जो एपल म्यूजिक के साथ आते हैं, उनमें आईपॉड जिंदा रहेगा।
आईफोन और अन्य प्रोडक्ट से घटी पॉपुलैरिटी
एपल ने पिछले कुछ सालों में आईपॉड के दर्जनों वर्जन रिलीज किए, लेकिन आईफोन और अन्य प्रोडक्ट में भी एपल म्यूजिक मिलने से इसकी पॉपुलैरिटी कम होती चली गई। इस कारण कंपनी ने 2014 से ऑईपॉड के मॉडल्स को चरणबद्ध तरीके से बंद करना शुरू कर दिया। 2014 में कंपनी ने आईपॉड क्लासिक बनाना बंद किया था। 2017 में एपल ने अपने सबसे छोटे म्यूजिक प्लेयर आईपॉड नैनो और आईपॉड शफल को बंद कर दिया।
2007 में लॉन्च हुआ था टच-स्क्रीन मॉडल
ऑईपॉड के एक और मॉडल आईपॉड टच जो कि टच-स्क्रीन मॉडल है उसे 2007 में लॉन्च किया गया था। आखिरी बार इसे 2019 में अपडेट किया गया था। इसकी कीमत 199 डॉलर है, यानी करीब 15,400 रुपए। इसमें यूजर्स को टच स्क्रीन और इंटरनेट सपोर्ट मिलता है। इसे खरीदने वाले ज्यादातर वह लोग हैं, जो आईफोन जैसा एक्सपीरिएंस चाहते हैं, लेकिन फोन नहीं चाहते। स्टोर में मॉडल की सप्लाई उपलब्ध रहने तक इसे खरीदा जा सकेगा।