(www.arya-tv.com) बॉलीवुड एक्टर रणधीर कपूर 75 साल के हो गए हैं। 15 फरवरी, 1947 को जन्मे रणधीर कपूर ने फिल्म ‘श्री 420’ (1955) में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया। रणधीर कपूर की अहम फिल्मों में ‘कल आज और कल’, ‘जवानी दीवानी’, ‘रामपुर का लक्ष्मण’ और ‘चाचा भतीजा’ शामिल हैं।
शादी वादी करने का इरादा है कि नहीं
कुछ समय पहले रणधीर कपूर कपिल शर्मा के शो में आए थ जहां कपिल ने उनसे ‘कल आज और कल’ के गाने ‘आप यहां आए किस लिए’ के बारे में पूछा, जिसमें बबीता भी थीं। इसमें ‘शादी का इरादा है’ लाइन को फीचर करता है। जैसे ही कपिल ने पूछा कि क्या यह उनकी अपनी मांग थी जो उन्होंने व्यक्त की थी, तो इस पर रणधीर ने कहा, “मेरी मांग पहले बनी थी।”
यह पूछे जाने पर कि क्या राज और कपूर परिवार को बबीता के साथ उनके रिश्ते के बारे में पता था, तो रणधीर ने कहा हां, “मैं टाइमपास किए जा रहा था। फिर पापा ने पूछा, ‘शादी वादी करने का इरादा है कि नहीं?’।”
शादी करने की प्लानिंग नहीं बनाई
रणधीर ने कहा कि उन्होंने बबीता से शादी करने की प्लानिंग नहीं बनाई थी, लेकिन फिर पापा ने पूछा, “जब वो बुड्ढी हो जाएगी तब शादी करेगा उससे?” रणधीर ने मजाक करते हुए कहा कि उन्होंने बबीता को प्रपोज नहीं किया था, मेरे माता-पिता ने मेरी तरफ से ऐसा किया था।
रणधीर ने बबीता से 1971 में शादी की थी। शादी के बाद दोनों की नहीं बनी और ये अलग-अलग रहने लगे। हालांकि इन्होंने कभी तलाक नहीं लिया और बच्चों की परवरिश से लेकर हर जिम्मेदारी निभाते वक्त एक-दूसरे का साथ दिया। रणधीर ने पुराने इंटरव्यू में बबीता से अपने रिश्तों पर खुलकर बात की थी।
मैं एक बुरा आदमी हूं जो खूब शराब पीता है
एक इंटरव्यू में रणधीर ने कहा था, उन्हें (बबीता) को मालूम चला कि मैं एक बुरा आदमी हूं जो खूब शराब पीता है और घर लेट आता है, यह सब ऐसी बातें थीं जो उन्हें पसंद नहीं थीं। मैं भी वैसे नहीं रहना चाहता था जैसे कि वो चाहती थीं और वो मुझे वैसे कबूल नहीं करना चाहती थीं जैसा कि मैं था, भले ही हमारी लव मैरिज थी। हमारे पास देखरेख के लिए दो प्यारे बच्चे थे। बबीता ने उनकी परवरिश बेहतरीन ढंग से की और बड़े होकर बच्चों ने अपने करियर कमाल तरीके से स्थापित किए। एक पिता के तौर पर मुझे और क्या चाहिए था?