लखनऊ के 97 इलाकों से पीने के पानी का सैंपल लिया गया, नहीं मिला वायरस

Environment Health /Sanitation Lucknow

(www.arya-tv.com)लखनऊ के सीवेज वाटर में कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि होने के बाद सवाल उठने लगा था कि क्या ये वायरस पानी में भी हो सकता है। अब नगर निगम लखनऊ ने इसकी जांच की है। नगर निगम ने शहर के 97 इलाकों से पीने के पानी का टेस्ट किया। अच्छी बात है कि इसमें वायरस नहीं मिला। नगर निगम ने इसका सैंपल PGI के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को भी भेजा है, ताकि गहनता से इसकी जांच हो सके। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने कहा कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। पीने का पानी पूरी तरह से सुरक्षित है।

इन इलाकों से लिया गया था सैंपल
शहर में मछली मोहाल बसीर काम्प्लेक्स, केजीएम दूध डेरी, पानी की टंकी खदरा, राम लीला मैदान खदरा, केशव नगर फैजुल्लागंज, शिवलोक त्रिवेणी नगर, शिव नगर पानी की टैंक समेत कई इलाकों में गई थी। सैंपल को अलीगंज स्थित राज्य स्वास्थ्य संस्थान भेजा गया। वहां किसी भी सैम्पल में किसी प्रकार का वायरस नहीं पाया गया। बताया जा रहा है कि घरों में हो रही आपूर्ति शुद्ध व स्वच्छ है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि संतुष्टि के लिए सप्लाई के पानी की बारीक जांच कराई जाएगी। इसके लिए पीजीआई के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को सैम्पल भेजे जाएंगे।

जांच के बाद हो रही जलापूर्ति
नगर आयुक्त ने बताया कि पीने के पानी की आपूर्ति भी तीनों जलकल ऐशबाग, बालागंज व कठौता से शोधित करके की जा रही है। आपूर्ति से पहले पानी की गुणवत्ता की जांच होती है। पानी स्वच्छ व शुद्ध होने पर ही आपूर्ति प्रारम्भ होती है। साथ स्वास्थ्य विभाग व जलकल की संयुक्त टीम समय-समय पर पानी के नमूनों की जांच भी करती है। उन्होंने कहा कि हालांकि सीवर लाइनों का डिस्पोजल विभिन्न सीवेज पम्पिंग स्टेशनों पर कराया जाता हैं। यहां से भरवारा व दौलतगंज एसटीपी पर पम्प करके पहुंचाया जाता है।