(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के रामपुर से सांसद और समाजवादी पार्टी (SP) के नेता आजम खान की हालत फिर से नाजुक हो गई है। बुधवार को उन्हें फिर से ICU में शिफ्ट कर दिया गया। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 9 मई को उन्हें सीतापुर जेल से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
20 मई को उन्हें ICU से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया था, लेकिन मंगलवार से उनकी तबियत फिर से बिगड़ने लगी थी। जांच हुई तो उनके फेफड़ों में फाइब्रोसिस का संक्रमण पाया गया है। इससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत शुरू हो गई है।
क्या है फाइब्रोसिस?
पोस्ट कोविड पल्मोनरी फाइब्रोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोविड संक्रमण के कारण फेफड़ों के नाजुक हिस्सों को नुकसान पहुंचता है। फेफड़ों में झिल्ली बन जाती है। फेफड़े कम एक्टिव रह जाते हैं। इससे ऑक्सीजन और कार्बन-डाइऑक्साइड एक्सचेंज होना कम हो जाता है।
पिछले 14 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे आजम
आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला पिछले 14 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे। दोनों 1 मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। पहले उनका जेल में इलाज चल रहा था, लेकिन ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया। आजम के साथ उनके बेटे अब्दुल्ला को भी मेदांता में ही भर्ती कराया गया है।
आजम, उनकी पत्नी रामपुर सदर से विधायक तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ फरवरी 2020 में रामपुर के अपर जिला न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार की अदालत ने कुर्की का वारंट जारी किया था। यह वारंट पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने से संबंधित मुकदमें में जारी किए गए थे। अदालत में पेश न होने के कारण तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट पहले ही जारी किए जा चुके थे।