(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दो बड़े प्राइवेट अस्पतालों के बाहर ऑक्सीजन ना होने की नोटिस चिपका दी गई है। मामला टीएस मिश्रा, मेयो और मेकवेल अस्पताल का है। ऑक्सीजन की किल्लत होने के चलते टीएस मिश्रा अस्पताल से मंगलवार रात करीब 50 मरीजों को KGMU शिफ्ट किया गया है। वहीं, मेयो अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार की दोपहर एक बजे के आसपास तीमारदारों को फोन कर कहा कि वे अपने-अपने मरीजों को हायर सेंटर ले जाएं। इसके लिए सिर्फ 20 मिनट का समय दिया गया। अचानक इस कॉल से तीमारदारों में अफरा तफरी मच गई। तीमार भागते-दौड़ते अस्पताल के बाहर पहुंचे, जहां रोते-बिलखते हुए अपनी बेबसी और गुस्सा जाहिर किया।
हालांकि, करीब पौने दो घंटे के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर आए तो तीमारदारों ने राहत की सांस ली। अस्पताल प्रबंधन ने अपनी नोटिस में लिखा है कि मुख्यमंत्री योगी और लखनऊ के CMO से कई बार ऑक्सीजन मांगने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
इस बीच मोहनलालगंज से BJP के सांसद कौशल किशोर ने लखनऊ के ड्रग विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सांसद ने कहा कि ड्रग इंस्पेक्टर ने प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर देने पर रोक लगा रखी है। कहा है कि केवल सरकारी अस्पतालों में ही गैस सप्लाई की जाए।
KGMU ने की मदद, शिफ्ट कराए मरीज
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMI) के प्रवक्ता ने कहा कि 20 अप्रैल को जब टीएस मिश्रा और मेयो कॉलेज में अचानक ऑक्सीजन का संकट उत्पन्न हुआ है। टीएस मिश्रा कॉलेज को 70 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए। मेयो कॉलेज को भी 10 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की गई। स्थिति की विकटता को देखते हुए दोनों संस्थानों के रोगियों को KGMU के कोविड अस्पताल में शिफ्ट कर उपचार भी दिया गया। शिफ्ट हुए रोगियों में 8 रोगियों को वेंटिलेटर की आवश्यकता थी, इन समस्त रोगियों का अतिशीघ्र उपचार सुनिश्चित किया गया।
BJP सांसद ने कहा- ऑक्सीजन की कमी से हो रहीं मौत
भाजपा सांसद कौशल किशोर ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीज मर रहे हैं। ऑक्सीजन गैस प्लांट के दो मालिकों ने मुझसे बताया है कि ड्रग इंस्पेक्टर ने प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर न देने की बात कही है। सांसद ने कहा कि सैकड़ों लोग मुझे रोज फोन करके ऑक्सीजन गैस की डिमांड कर रहे हैं। प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों को अस्पताल के मालिक उन्हें अस्पताल से भगा रहे हैं। लखनऊ में हो रही ताबड़तोड़ मौतें ऑक्सीजन गैस ना मिलने की वजह से हो रही हैं। उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है कि प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस की सप्लाई न रोकें। ऑक्सीजन की सप्लाई डिमांड के अनुसार पूरी करें। ऑक्सीजन गैस के अभाव में मरने वाले लोगों की जान बचाएं।