चौरी.चौरा शताब्दी समारोह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कहीं बड़ी बात, जानकारी है महत्वपूर्ण

Lucknow UP

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहां राजभवन में चौरी.चौरा गोरखपुर शताब्दी समारोह के सम्बन्ध में गठित राज्य स्तरीय आयोजन समिति की बैठक आहूत की गई। इस अवसर पर राज्यपाल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा संयुक्त रूप से चौरी.चौरा शताब्दी महोत्सव, के लोगो का विमोचन किया गया। बैठक में चौरी.चौरा शताब्दी समारोह की कार्य योजना के सम्बन्ध में विचार.विमर्श हुआ।

राज्यपाल ने कहा कि कार्ययोजना बनाकर चौरी.चौरा शताब्दी समारोह पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया जाए। यह आयोजन लोगों में राष्ट्र भक्ति और देशप्रेम की भावना जगाने में सहायक होगा।

उन्होंने कहा कि समारोह के कार्यक्रम इस प्रकार से आयोजित किए जाएं कि सभी को चौरी.चौरा की घटना तथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सम्बन्ध में समग्र जानकारी प्राप्त हो सके। इन कार्यक्रमों का आयोजन सबके सहयोग से पूरी जनसहभागिता के साथ किया जाए।

राज्यपाल ने गांवों में शहीद स्मारक निर्मित किए जाने का सुझाव देते हुए कहा कि इन स्मारकों में शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम उल्लिखित किए जाएं।

शहीदों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करने वाली पुस्तिकाओं का भी प्रकाशन किया जाए। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में शहीदों की प्रतिमाएं स्थापित करने का भी सुझाव दियाए जिससे विद्यार्थियों को प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों के सम्मान समारोह आयोजित किए जाएं। किसानों सहित ऐसे लोगों का भी सम्मान किया जाएए जिन्होंने गांव में सामाजिक विकास तथा शैक्षणिक उन्नयन आदि के लिए कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से स्वातंत्र्य समर का शुभारम्भ हुआ। देश के स्वाधीनता आन्दोलन में सन 1922 की चौरी.चौरा की घटना महत्वपूर्ण कड़ी बनी। इसी प्रकार काकोरी एवं अन्य घटनाओं ने भी स्वतंत्रता आन्दोलन को दिशा देते हुए सन 1947 में भारत को आजाद कराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चौरी.चौरा शताब्दी समारोह, 04 फरवरी 2021 से लेकर 04 फरवरी, 2022 तक आयोजित होगा। चौरी.चौरा की घटना का शताब्दी वर्ष समारोह शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति श्रद्धा निवेदित करने का अवसर है।

चौरी.चौरा शताब्दी समारोह के अन्तर्गत वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। राज्य के सभी जनपदों में स्वाधीनता आन्दोलन अथवा देश की रक्षा में शहीद हुए भारत माता के सपूतों के स्मारक स्थित हैं। इन शहीद स्मारकों पर चौरी.चौरा की घटना को केन्द्र में रखते हुए शताब्दी समारोह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शताब्दी समारोह के तहत स्कूलों में निबन्ध लेखनए वाद.विवादए पेण्टिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ हीए प्रदर्शनियांए पुस्तक मेला तथा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक शहीद स्मारक पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पुलिस बैण्ड की व्यवस्था की जाएगी। शहीद स्मारकों का सौन्दर्यीकरण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा इनसे सम्बन्धित स्थलों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र कर उसे विभिन्न माध्यमों से जनता के समक्ष लाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चौरी.चौरा शताब्दी समारोह के कार्यक्रम शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति सद्भाव श्रद्धा व सम्मान में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आमजन की सहभागिता से वर्ष पर्यन्त चलने वाले चौरी.चौरा शताब्दी समारोह, के कार्यक्रम राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत करने में सफल सिद्ध होंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एक भारतए श्रेष्ठ भारतष् की संकल्पना को साकार करेंगे।

उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि चौरी.चौरा शताब्दी समारोहष् के दौरान चौरी.चौरा प्रसंग का व्यापक प्रचार.प्रसार सुनिश्चित किया जाए।

बैठक के दौरान समिति के सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए और सुझाव दिए।

इस अवसर पर एम0एस0एम0ई0 मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह, मोती सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, सतीश द्विवेदी, नेता विधान मण्डल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आराधना मिश्रा, नेता विधान मण्डल बहुजन समाज पार्टी लालजी वर्मा, संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीर चन्द्र, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति मुकेश मेश्राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।