फ्रांस में 10 लाख स्कूली बच्चों का टेस्ट होगा, ब्राजील में ऑक्सीजन सप्लाई पर असर

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(www.arya-tv.com)दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 9.35 करोड़ के ज्यादा हो गया। 6 करोड़ 67 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 20 लाख 01 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। फ्रांस में हालात तीन महीने पहले की तुलना में काफी बेहतर हो गए हैं। यहां सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला किया है। इसके पहले 10 लाख बच्चों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। ब्राजील के अमेजन क्षेत्र के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई पर असर पड़ा है।

फ्रांस नई शुरुआत की तैयारी में
फ्रांस ने दो अहम फैसले किए। तीन महीने के सख्त लॉकडाउन के बाद अब सरकार यहां स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। लेकिन, इसके पहले उसने 10 लाख बच्चों का टेस्ट कराने का फैसला किया है। यहां लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौर में भी कुछ स्कूल खुले रहे थे। लेकिन, अब दूसरे स्कूल खोलने के पहले सरकार टीचर्स और स्टूडेंट्स के टेस्ट कराएगी। दूसरा फैसला यह है कि सरकार लॉकडाउन आगे नहीं बढ़ाएगी। इस बारे में जल्द विस्तार से जानकारी दी जाएगी। हालांकि, अब भी सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच पाबंदियां जारी रहेंगी।

ब्राजील में नई दिक्कत
ब्राजील के अमेजन क्षेत्र के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई पर असर हुआ है। इसके बाद राज्य सरकार ने इमरजेंसी का ऐलान कर दिया। सरकार ने कहा है कि कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया जा रहा है ताकि नए संक्रमितों की संख्या कम की जा सके। गंभीर मरीजों को एयरलिफ्ट करके बड़े शहरों में शिफ्ट किया जाएगा। अमेजन के गवर्नर विल्सन लीमा ने कहा- हम महामारी के सबसे मुश्किल दौर में हैं। मेडिकल सप्लाई पर गंभीर असर हुआ है। ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होने से मरीजों की मुश्किल खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इसकी एक वजह यह है कि 15 दिन में मांग पांच गुना बढ़ गई है। अमेजन में शाम 7 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा।

चीन की हेराफेरी
कोरोना मरीजों को लेकर चीन की हेराफेरी सामने आने लगी है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (NHC) ने कहा कि 12 जनवरी को कई महीनों बाद वहां संक्रमण के 100 से ज्यादा नए मामले सामने आए। इन 115 मामलों में से 107 स्थानीय स्तर पर संक्रमण के हैं। बाकी बाहर से आए लोगों से जुड़े हैं।

आयोग ने कहा कि 90 मामले हेबेई प्रांत, 16 मामले हेईलोंग जियांग राज्य और एक शांग्सी प्रांत में सामने आए। अगस्त के बाद से चीन में एक दिन में 100 से ज्यादा मामले नहीं देखे गए थे। चीन पर पिछले साल से कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा है। अमेरिका ने तो यह भी दावा किया कि वायरस उसकी लैब में विकसित हुआ है, जिससे पूरी दुनिया संकट का सामना कर रही है।