औद्योगिक विकास के लिए आउटर रिंग रोड की स्थापना बेहद जरूरी जानिए मंत्री सतीश महाना का साक्षात्कार

Kanpur Zone

कानपुर (www.arya-tv.com) शहर को जाम से निजात दिलाने और यहां के औद्योगिक विकास के लिए आउटर रिंग रोड की स्थापना बेहद जरूरी है। शहर को दो हिस्सों में बांटने वाले अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक को हटाकर मंधना से पनकी शिफ्ट किया जाना चाहिए। इन कार्यों को लेकर प्रयास तो वर्षों से हो रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। दैनिक जागरण ने औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से बात की तो उन्होंने दावा किया कि रिंग रोड मार्च के बाद मंजूर हो जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन रही है। रेलवे ट्रैक शिफ्टिंग के लिए वह पहले भी रेलमंत्री से मिले थे, तब सर्वे की प्रक्रिया पूरी कराई गई थी। अब फिर रेल मंत्री से मिलकर बात करेंगे। पेश हैं उनसे लंबी बातचीत के प्रमुख अंश। गंगा बैराज पर बसाई जा रही ट्रांसगंगा सिटी के भूखंडों की दर में सरसैया घाट पर पुल की लागत को उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने जोड़ रखा है। इसलिए निश्चिंत रहें। पुल बनेगा और उसे प्राधिकरण ही बनाएगा। नए वित्तीय वर्ष में इसका शिलान्यास किया जाएगा। इसके बनने से लखनऊ आना- जाना तो आसान होगा ही ट्रांसगंगा सिटी को भी इससे बहुत लाभ होगा। नोएडा के बाद सर्वाधिक टैक्स देने वाला और जीडीपी वाला शहर कानपुर है, लेकिन यहां का विकास नोएडा या लखनऊ की तर्ज पर क्यों नहीं हो रहा है? पहले की सरकारें कानपुर के विकास पर ध्यान नहीं देती थीं। भाजपा सरकार न सिर्फ कानपुर के समग्र विकास पर कार्य कर रही है, बल्कि यहां के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का भी प्रयास कर रही है। सोसाइटी क्षेत्रों में पहले बांस-बल्लियों पर बिजली के तार थे। सीवर गलियों में बहता था। इन समस्याओं का तेजी से समाधान किया गया। अब सांसद और विधायक भी वहां अपनी निधि खर्च कर रहे हैं। सड़कें बन रही हैं। एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है। नए ओवरब्रिज बनने जा रहे हैं, फिर विकास नहीं हो रहा है, ये कहना गलत होगा। आप तो औद्योगिक विकास मंत्री हैं और इसी शहर के हैं, बावजूद इसके पूरब का मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर में औद्योगिक विकास की गति तेज क्यों नहीं हो रही है ?

इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी कानपुर में अवैध इमारतों की जांच शुरू, अपर सचिव ने सभी से मांगी तीन दिन में रिपोर्ट कौन कहता है कि औद्योगिक विकास नहीं हो रहा है। हम कानपुर में मेगा लेदर क्लस्टर, डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना करने जा रहे हैं। ये दोनों प्रोजेक्ट कानपुर के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इसके साथ ही घाटमपुर, पतारा, बिल्हौर, ककवन के मिनी औद्योगिक क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का विकास कराया जा रहा है। ट्रांसगंगा सिटी भले ही उन्नाव जिले में है, लेकिन इसका लाभ तो कानपुर के लोगों को भी मिलेगा। कोविड जैसी वैश्विक महामारी के दौर में भी बड़े पैमाने पर रूमा में उद्योग लगे हैं। चकेरी में भी इकाइयां स्थापित हुई हैं उद्यमी समस्याओं से जूझ रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्रों में टूटी सड़कें, अतिक्रमण, मार्ग प्रकाश, जलभराव की समस्या है। समाधान कब कराएंगे? चालक रुककर सवारी बैठाते मिल रहे हैं तो कार्रवाई की जा रही है रूमा औद्योगिक क्षेत्र में सड़कें बन गई हैं। इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट भी निरंतर संचालित हो रहा है। जल्द ही इस औद्योगिक क्षेत्र को नगर निगम को हस्तांतरित किया जाएगा। पनकी में भी पार्कों की बाउंड्रीवाल बनाई गई हैं। सड़क चौड़ीकरण के साथ ही दूसरी समस्याएं भी दूर की जा रही हैं। यह सुनिश्चित करेंगे कि नगर निगम जो टैक्स लेता है, उसका 60 फीसद हिस्सा औद्योगिक क्षेत्रों में विकास पर खर्च किया जाए। चकेरी एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य बहुत ही धीमा है। ऐसे में समय से कैसे पूरा होगा ?  चकेरी एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य समय से पूरा होगा। कार्य पर मेरी निगाह रहती है। इसकी समीक्षा हाल ही में की थी। एयरपोर्ट से रूमा तक फोर लेन सड़क बनाने का आदेश दिया था। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन गई है। जल्द ही मंजूर हो जाएगी। टू लेन सड़क और धनराशि पहले ही स्वीकृत हो गई थी, भविष्य में फिर चौड़ीकरण का झंझट न हो, इसलिए फोर लेन का प्रोजेक्ट तैयार कराया है। यहां के कारोबार, उद्योग के लिए यह एयरपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होगा।

नमक फैक्ट्री चौराहा से मसवानपुर जाने वाली सड़क पर हर रोज डेढ़ से दो लाख लोग गुजरते हैं। सड़क का अस्तित्व खत्म हो गया है। गड्ढा मुक्त सड़क का वादा कहां पूरा हो रहा है? पहले चरण में डबल पुलिया से जीटी रोड तक सड़क बनाई जा रही कानपुर में डबल पुलिया से GT Road का शुरू हुआ चौड़ीकरण, दूसरे चरण में अर्मापुर-राजापुरवा सड़क के भी बदलेंगे दिन यह सड़क आवास विकास परिषद से नगर निगम को हस्तांतरित होनी है। इस पर बात हो चुकी है। जल्द ही परिणाम सामने आएगा। शहर में सड़कें बड़ी तेजी से बन रही हैं। राजापुरवा से डबल पुलिया तक नहर पटरी पर फोर लेन सड़क मंजूर हुई है। मंधना से बैराज होते हुए शुक्लागंज मार्ग भी फोर लेन बनाने की योजना है।सड़क मार्ग से दूसरे शहर से यहां आने वाले जाम में फंसते हैं। यही वजह है कि यहां के औद्योगिक क्षेत्रों में बाहर के निवेशक नहीं आते, बड़े कारोबारी आने से कतराते हैं, ये समस्या कब दूर होगी? कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड फोर लेन बन रही है। इससे लखनऊ- आगरा एक्सप्रेस-वे से अच्छी कनेक्टिविटी हो जाएगी। कानपुर से लखनऊ तक जल्द ही एक्सप्रेस-वे के निर्माण का काम शुरू होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। प्रयागराज-मेरठ गंगा लिंक एक्सप्रेस-वे से भी शहर जुड़ेगा। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से शहर के अन्य मार्ग कैसे जोड़ सकते हैं, इस पर भी विचार चल रहा है। चकेरी-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग भी छह लेन हो रहा है। रिंग रोड बनने के बाद तो शहर भी जाम से मुक्त हो जाएगा। शहर में चिकित्सा सुविधा और बेहतर करने का वादा चुनाव में होता है पर पूरा क्यों नहीं होता? देखिए हैलट में 240 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण हो रहा है। प्लास्टिक एवं बर्न यूनिट का निर्माण चल रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन ट्रेनिंग सेंटर स्वीकृत होने के साथ ही बजट भी मिल गया है। जल्द ही और बेहतरी आएगी।