(www.arya-tv.com) अगले साल सोने में निवेश करने वाले लोगों को अच्छे रिटर्न के लिए इसे लंबे समय तक अपने पास रखना चाहिए इसकी वजह यह है कि कोरोना का टीकाकरण जनवरी में शुरू हो जाने की उम्मीद है।
इससे छोटी अवधि में सोने की चमक फीकी पड़ सकती हैै। नए साल सोने में एसेट एलोकेशन में कमी देखने को मिल सकती है दरअसलअमीर निवेशक सोने की कीमतों में आई गिरावट से निराश हैं। अगस्त में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थीण् तब से कीमतें 15 फीसदी से ज्यादा गिर चुकी हैंं।
मुद्रास्फीति ज्यादा बढ़ने की उम्मीद कम है। इस वजह से अमीर निवेशक सोने की जगह शेयरों में निवेश कर रहे हैं। मुद्रास्फीति की दर ज्यादा रहने पर सोने की मांग बढ़ जाती है।
क्योंकि यह मुद्रास्फीति के असर से बचाता है। लैडर7 फाइनेंशियल एडवाइजर्स के संस्थापक सुरेश सदागोपन ने कहा आप सिर्फ मौजूदा स्थिति को ध्यान में रख अपने निवेश को सोने से शेयर और शेयर से सोने में ट्रांसफर करना जारी नहीं रख सकते। आपको छोटी अवधि में कीमतों में होने वाले उतार चढ़ाव पर ध्यान दिए बगैर सोने में करीब 5 से 10 फीसदी पैसा निवेश करना चाहिए।