- 17वीं विधानसभा का आज तीन दिवसीय सत्र शुरू हो रहा
- 60 साल के ऊपर के सदस्यों को वर्चुअल तरीके से शामिल होने की छूट
- पहले दिन आज दिवंगत विधायकों, गलवान घाटी में शहीद जवानों व मृत कोरोना वॉरियर्स को दी जाएगी श्रद्धांजलि
(www.arya-tv.com) 17वीं विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होगा। कोरोना महामारी के कारण सत्र में कई व्यवस्थाएं की गई हैं, जो विधानसभा के इतिहास में पहली बार दिखाई देंगी। जैसे विधायकों को दर्शक दीर्घा व लॉबी में भी बैठना होगा। वहीं, नेता प्रतिपक्ष भी नहीं होंगे। कोरोना संक्रमित होने के चलते नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी होम क्वारैंटाइन हैं। हालांकि, विधानसभा में सबसे बड़े दल सपा की तरफ से बुधवार को हुई बैठक में नरेंद्र सिंह वर्मा शामिल हुए थे। सत्र के पहले दिन आज मृत सदस्यों, गलवानी घाटी में शहीद जवानों व दिवंगत कोरोना वॉरियर्स के निधन पर शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी।
60 साल आयु के ऊपर के सदस्य वर्चुअल जुड़ेंगे
इस सत्र के दौरान तकरीबन 16 विधेयकों को मंजूर किए जाने की तैयारी है। इस विधेयक की खास बात यह है कि पहली बार सदन में वर्चुअल कार्रवाई होगी। दरअसल, 60 साल से अधिक उम्र के विधायकों को सत्र में वर्चुअल तरीके से जोड़ा जाएगा। सिर्फ 60 साल से कम उम्र के विधायकों को ही सदन में मास्क और ग्लब्स के साथ प्रवेश दिया जाएगा।
इतिहास में ये पहली बार होगा
- सदस्य एक सीट छोड़कर बैठेंगे।
- नेता सदन के पास कोई नहीं बैठेगा।
- संसदीय कार्यमंत्री की सीट अलग होगी।
- सत्र के दौरान कैफेटेरिया बंद रहेगा।
- केवल गर्म पानी व काढ़ा मिलेगा।
- कार्यवाही का यूट्यूब पर प्रसारण होगा।
8 से 10 विधायक नहीं होंगे शामिल
कोरोना महामारी के चलते इस बार सत्र में 8 से 10 विधायक शामिल नहीं होंगे। खादी एवं एमएसएमई राज्यमंत्री उदयभान सिंह, विधायक संजू यादव (अकबरपुर), तेजपाल नागर (दादरी), धनंजय कनौजिया (बेल्थरा रोड, बलिया) और एमएलसी परवेज अली बुधवार को कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार शाम तक 250 विधायकों की जांच की है। करीब 20 विधायकों के घर से सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। वहीं, मंत्री कमला रानी वरुण व चेतन चौहान, विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही, पारसनाथ यादव की मौत हो चुकी है।
वेल में समूह में आकर नहीं सकेगा विरोध
इस बार सत्र चलने के दौरान विशेष नियम भी लागू होंगे। विधानसभा की लॉबी और गलियारे मे लोगों को खड़े होने की इजाजत नहीं होगी। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए विधानसभा कैंटीन में खाने के लिए दस लोग ही एक साथ बैठ सकेंगे। पहले ग्रुप के हटने के बाद ही दूसरा ग्रुप बैठ सकेगा। यहां तक कि वेल में विरोध कराते वक्त भी झुंड में खड़े होने की इजाज़त नहीं होगी।
विधानमंडल में यह विधेयक कराए जाएंगे मंजूर
- उत्तर प्रदेश लोक एवं निजी सम्पत्ति क्षति वसूली विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश आकस्मिकता निधि (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन द्वितीय (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश राज्य विधानमंडल सदस्यों की उपलब्धियों और पेंशन (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक विवाद (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश कारखाना विवाद (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास (संशोधन) विधेयक 2020
- कारागार अधिनियम 1894 में (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश मूल्य संवर्धित कर संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन भत्ता, और प्रकीर्ण उपबंध (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश कतिपय श्रम विधियों से अस्थाई छूट (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश गोवध निवारण (संशोधन) विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) (संशोधन) विधेयक 2020
- कारागार उत्तर प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2020