लखनऊ। जाहिलों की कौम सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शुरुआत से ही मैं इस ओर इशारा कर रहा हूं कि शांतिदूत समुदाय कोरोना पर केंद्र सरकार के निर्देशों को कतई नहीं मान रहा है। उनको तो बस एक ही धुन सवार है कि वह अल्लाह के नेक बंदे हैं और कोरोना कुरान से निकला है, इसलिए उन्हें कुछ नहीं हो सकता है।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित इस्लामिक सेंटर में विदेशों से आए इस्लामी काहिलों और जाहिलों की वजह से एक बड़ी मुसीबत सामने आ गयी है। लगता है यहां कोरोना-बिस्फोट हो गया है और लगभग डेढ़ हजार जाहिलों को क्वैरेंटाईन सेन्टर तक ले जाया गया है। यहां से निकलकर तेलंगाना (छह मरे), कश्मीर (एक अल्लाह को प्यारा हुआ) और उत्तरप्रदेश के डेढ़ दर्जन जिलों में संक्रमित लोग पहुंच चुके हैं जिनकी पहचान और धर पकड़ का युद्ध स्तर पर प्रयास हो रहा है? सच कहूं ये सभी अगर उत्तरी कोरिया में होते तो किम जोन्स एक लाईन में खड़ा कर शूट करा देता। भारत जैसा सहिष्णु देश इन मानवता के दुश्मनों का का बोझ उठा रहा है।
मुझे वाट्सअप पर प्रसिद्ध लेखक असगर वजाहत के नाम से एक प्रतिक्रिया देखने को मिली है जिसे जस का तस मैं दे रहा हूं-“कोरोना वायरस जैसी महामारी से पूरा संसार और हमारा देश जूझ रहा है। बहुत भयानक और कठिन समय है। लोगों के सहयोग के बिना इस विभीषिका पर कंट्रोल नहीं किया जा सकता। लेकिन अभी-अभी आने वाली खबर के संदर्भ में यह दुःख की बात है, चिंता की बात है, निंदा और भर्त्सना की बात है कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के मरकज़ में हजारों इस्लाम धर्म के प्रचारक जमा हुए। उनमें से कुछ विदेशों से भी आए थे। उनमें से कुछ संक्रमित भी थे।
समझ में नहीं आता इतने अज्ञानी, इतने जाहिल, इतने कूड़मग्ज़ लोग किस तरह और कैसे इस्लाम का प्रचार करते होंगे? धर्म ने इनकी आंखें नहीं खोलीं बल्कि इनको अंधा कर दिया है। यह लोग अपने लिए ही नहीं पूरे देश और पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गए हैं। कोई धर्म यह दावा नहीं करता कि वह मरीजों का इलाज कर सकता है या उसके कारण लोगों को कोई बीमारी नहीं होगी। इस संबंध में पुलिस कार्रवाई बिल्कुल उचित है और यह भी सोचने की बात है की पुलिस हजारों लोगों को नियंत्रित करने में अपना समय और श्रम लगा रही है जो दरअसल कहीं और लगना चाहिए।”
मुझे इस टिप्पणी के असगर वजाहत के बजरिये जारी होने की सत्यता का पता नहीं मगर अपने संदेश के कारण यह महत्वपूर्ण है। आयोजकों पर आपराधिक कृत्य के लिये तत्काल कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। पूरे देश में अगर कम्युनिटी संक्रमण फैलता है तो इसमें इनकी जहालत का भी योगदान होगा। सरकार निश्चित ही इनके आयोजकों, संक्रमण लेकर आये विदेशी मौलानाओं पर कठोरतम कार्यवाही करे। ये देश के अपराधी हैं। #भारतऔरकोविड19
डॉ अतुल मोहन जी की फेसबुक वाल से