दुनियाभर में 1.80 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुके कोरोना वायरस के कारण एक भय का माहौल बना हुआ है। हालांकि इस माहौल में घबराने से ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत है। कोरोना की वजह से दुनिया के कई देशों में शट डाउन जैसे हालात हैं। भारत में भी कई कंपनियां अपने कर्मियों को वर्क फ्रॉम होम यानी घर से ही काम करने की सुविधा दे रही है। ऐसा इसलिए कि कार्यस्थल पर कर्मियों की सेहत खराब न हो। वर्क फ्रॉम होम, कहने-सुनने में लगता है कि बड़े आराम की बात है, लेकिन इस दौरान कंपनी और सहकर्मियों से तालमेल बिठाना चुनौती भरा होता है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि आपको किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
सुबह की मीटिंग
वर्क फ्रॉम होम के दौरान कंपनी का काम ठीक से हो, इसके लिए सबसे जरूरी होती है सुबह की बैठक। आप इसके लिए चाहें तो वीडियो ग्रुप कॉलिंग के जरिए मीटिंग कर सकते हैं। या फिर वॉट्सएप पर ग्रुप चैट के जरिए अपना डे प्लान शेयर कर सकते हैं। खासकर टीम के सदस्यों को आपस में जुड़े रहना जरूरी होता है। आप चाहें तो सोशल मीडिया पर एक ग्रुप क्रिएट कर सकते हैं, जिसमें आप समय-समय पर काम की डिटेल शेयर कर सकें।
घर का माहौल
कई बार आपको घर में काम करने का माहौल नहीं मिल पाता है। घर के बच्चे या परिवार के अन्य सदस्यों के कारण थोड़ी असुविधा हो सकती है। ऐसे में आप अपने घर में एक अस्थाई कार्य स्थल जैसा माहौल तैयार करें। जैसे रीडिंग रूम या फिर घर के किसी कमरे को वर्क प्लेस बना सकते हैं। यहां आप बिना अपना ध्यान भटकाए आराम से काम कर पाएंगे और काम पर आपका फोकस बना रहेगा।
काम का बंटवारा करें
वर्क फ्रॉम होम के दौरान भी अपने हिस्से का काम तय कर लें। ऐसा नहीं करने पर हो सकता है जो काम आप कर रहे हैं, वही काम आपका कोई और सहकर्मी भी कर रहा हो। इसलिए आपको चाहिए कि अपने-अपने काम का ब्योरा सभी टीम मेंबर्स को भेज दें, ताकि चीजें रिपीट न हो। आप अपने लिए काम की रूपरेखा तय कर लें ताकि काम को लेकर किसी तरीके की गलतफहमी न हो।
गूगल सूट(Google Suite) के मुताबिक आप वर्क फ्रॉम होम के दौरान शेयर्ड ड्राइव का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसपर जरूरी जानकारियां, तस्वीरें, डेटा वगैरह सेव कर के रख लें, ताकि आपके सहकर्मियों को भी यहां से डेटा लेने में सुविधा हो सके।
लापरवाही न बरतें
वर्क फ्रॉम होम का मतलब ये नहीं कि आप घर पर मनमर्जी से काम करें। कोरोना के कारण कंपनियों ने यह सुविधा आपकी सेहत की खातिर दिया है। आप जितना हो सके, सोशल डिस्टेंस बनाए रखें। ऐसा न हो कि घर पर रहने की बजाय आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कहीं निकल जाएं। अभी जो हालात हैं, इसमें सावधानी बरतने की जरूरत है।
इस दौरान हेल्थ और हाइजीन का ध्यान रखें। बाहर के लोगों से मिलने-जुलने से बचें। ऐसा करना आपके लिए, परिवार के लिए और दूसरों के लिए भी बेहतर होगा। सर्दी, खांसी या बुखार की स्थिति में आप सामान्य दवा लेकर ही ठीक हो सकते हैं। वहीं, अगर कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखें तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।