आर्यकुल में आर्य संस्कृति का हुआ समापन
आधुनिक युग में हमने अपनी संस्कृति को संजोए रखा हैः सशक्त सिंह
लखनऊ। बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप आॅफ काॅलेज में आर्य संस्कृति 2020 का शुक्रवार को शानदार आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत काॅलेज के चेयरमैन केजी सिंह, प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह व मुख्य अतिथि के रूप में आए पूर्व विधायक श्रीराम चंद्र प्रधान और उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक बोर्ड के रजिस्ट्रार डाॅ. अनिल मिश्रा तथा आर्ट काॅलेज लखनऊ के प्रोफेसर डाॅ. संजीव कुमार गौतम आदि ने द्वीप प्रज्जवलन करके की।
ये कार्यक्रम काॅलेज का वार्षिकोत्सव है जो काॅलेज के चारों हाउसों तक्षशिला, नालंदा, उज्जैन और वल्लभी के छात्र-छात्राओं के बीच हुआ। जिसमें आर्यकुल काॅलेज आॅफ फाॅर्मेसी एवं रिसर्च सीतापुर एवं आर्यकुल काॅलेज आॅफ फाॅर्मेसी एवं रिसर्च रायबरेली ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में सोलो साॅन्ग, डूएट साॅन्ग और ग्रुप सान्ग ने समा बांध दिया। वहीं सोलो और ग्रुप डाॅस से राजस्थानी, बंगाली और मराठी समेत कई संस्कृतियों को दर्शाया गया। इसके साथ स्किट के जरिए हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध नाटकों का मंचन किया गया। वहीं बात करें मूक अभिनय की तो इसने सबको खूब हंसाया।
इस दौरान कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की पूर्व सदस्य अनीता प्रधान, लखनऊ आर्ट काॅलेज के प्रधानाचार्य प्रो. आलोक कुशवाहा तथा प्रधानाचार्य अमरेंद्र सिंह, गौरव साहू, अनिल कुमार श्रीवास्तव, डाॅ. एस सिंह, आर के श्रीवास्तव तथा पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर भगवान प्रसाद मिश्रा मौजूद रहे।
कार्यक्रम में बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए काॅलेज के चेयरमैन के.जी. सिंह ने कहा कि आप सबकी मेहनत और कोशिशों का ही नतीजा है जो आज इतना अच्छा कार्यक्रम सजाया गया है। ऐसे कार्यक्रम बच्चों के अंदर न सिर्फ ऊर्जा भरते हैं बल्कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। इस दौरान आर्यकुल ग्रुप आॅफ काॅलेजज की संरक्षक प्रेम लता ने कार्यक्रम की तारीफ करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
काॅलेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने कहा कि आर्य संस्कृति हमें हमारे संस्कारों से जोड़ती है। यह हमारे काॅलेज का बड़ा उत्सव है जिसे हम सब धूमधाम से मनाते हैं। हमें गौरव है कि हम ऐसे आधुनिक युग में भी अपनी संस्कृति को कहीं न कहीं संजोए हुए हैं और यह हमारी आपकी हम सबकी जिम्मेदारी है।
प्रोफेसर संजीव कुमार ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि महिला दिवस के दो दिन पूर्व ऐसा कार्यक्रम बहुत सराहनीय है। आज का युग महिलाओं का है। समय बदल रहा है अब वक्त आ रहा है जब पुरूषों को महिलाओं के पीछे चलना पड़ेगा। अनीता प्रधान ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम हमें हमारी संस्कृति से जोड़े रहने का काम करते हैं।
वहीं पूर्व विधायक श्रीराम चंद्र प्रधान ने कहा कि मैं आर्यकुल काॅलेज की सराहना करता हूं जो प्राइवेट काॅलेज होने के बावजूद भी अपने वहां स्टूडेंट फेडरेशन बनाए हुए है। यह छात्रों के हित के लिए है। काॅलेज प्रशासन इसके लिए तारीफ के काबिल है। आर्य संस्कृति 2020 का आयोजन आर्यकुल ग्रुप आॅफ काॅलेजज के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने सामूहिक सहयोग से हुआ।