अपने बच्चे के नाम यहां लगाएं पैसा, भविष्य में कभी नहीं होगी कोई कमी

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हर मां-बाप अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। बढ़ती महंगाई के साथ-साथ उनकी चिंता भी बढ़ती जाती है। ऐसे में उनका भविष्य सुखद बनाने के लिए निवेश एक बहुत अच्छा विकल्प है। हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने बच्चे के सभी सपने साकार कर पाएंगे। आइए जानते हैं इस खास प्लान के बारे में।
म्यूचुअल फंड है सबसे अच्छा तोहफा
अगर आप अपने बच्चे के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो शायद इससे अच्छा तोहफा उसके लिए कुछ नहीं हो सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेशकों को मोटा मुनाफा होता है। खास बात ये है कि बहुत कम पैसा निवेश कर भी आप इसका फायदा उठा सकते हैं और सपने साकार कर सकते हैं।
नहीं है उम्र की कोई सीमा
18 साल से कम उम्र के बच्चे के नाम पर भी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है। यानी इस तरह के निवेश में उम्र की कोई सीमा नहीं है। ध्यान रहे कि ऐसे फोलियो में बच्चा ही पहला और इकलौता होल्डर होना चाहिए। इसमें संयुक्त होल्डर की इजाजत नहीं होती है। इतना ही नहीं, इसमें निवेश की जाने वाली रकम की भी कोई सीमा नहीं है। ऐसे फोलियो में अभिभावक माता-पिता होने चाहिए या कोर्ट की ओर से नियुक्त लीगल गार्जियन भी हो सकते हैं।

आगे जानते हैं म्यूचुअल फंड काम कैसे करता है-
म्यूचुअल फंड्स द्वारा प्रस्तावित SIP या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान नियमित रूप से निवेश करने का एक सुलभ और भरोसेमंद तरीका है, जिसके तहत आप 500 रुपये प्रतिमाह से भी निवेश कर सकते हैं। मतलब अपने मासिक खर्च पर बिना किसी अतिरिक्त बोझ के अपने सपनों को पूरा कर सकते है। निवेश की राशि भले ही छोटी हो पर SIP लंबे समय में धीरे-धीरे धन संचयित करने की आसान व्यवस्था है।

म्यूचुअल फंड्स SIP निवेश से आप चक्रवृद्धिता का भी लाभ उठा सकते हैं, अर्थात पहले महीने का आपका मुनाफा आपके अगले महीने के मूलधन में जुड़ जाता है जिससे आपका निवेश बढ़ता जाता है और आपका फायदा भी। जितने ज्यादा समय तक आप SIP में निवेश करेंगे, उतना ही ज्यादा फायदा आपको मिल सकता है। इसलिए लंबे समय तक SIP के जरिये निवेश करने से आपको धन संचय करने में मदद मिलती है।

जाने कुछ नियमों के बारे में –
एसआईपी शुरू करने के लिए सही समय का इंतजार नहीं करना होता, जितना जल्दी शुरू करेंगे उतना फायदा होने की संभावना होती है। जितने बड़े सपने उतनी अवधि का निवेश। तो बस सपने देखते रहिए और निवेश करते रहिए। यह आपके निवेश पर अधिक रिटर्न प्रदान कर सकते हैं। यहीं कारण हैं जिनकी वजह से म्यूचुअल फंड रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है।
ध्यान रखें केवाईसी से जुड़ा यह नियम
हाल ही में बाजार नियामक सेबी ने बच्चों के नाम म्यूचुअल फंड में निवेश के नियमों में बदलाव किया था। दरअसल, नाबालिग होने के नाते बच्चों की कोई केवाईसी या आमदनी नहीं होती है। ऐसे में कई संपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) केवाईसी पूरी कर चुके निवेशकों को बच्चों के नाम खाते खोलने का विकल्प देती हैं, लेकिन इसकी कोई तय गाइडलाइन नहीं थी। इस मुश्किल को हल करते हुए सेबी ने बाकायदा नियम बनाकर बच्चों के नाम म्यूचुअल फंड में निवेश का रास्ता आसान कर दिया है। नए नियमों के मुताबिक, अब किसी फोलियो में निवेश नाबालिग के बैंक खाते या अभिभावक के साथ उसके संयुक्त खाते से ही किया जा सकता है। इसका भुगतान चेक, डीडी या अन्य स्वीकार्य तरीके से किया जा सकता है।
यह है नियम
आप चाहें तो नाबालिग बच्चे के नाम पर बनाए गए फोलियो में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान से निवेश शुरू कर सकते हैं और बच्चे के बालिग होने तक ही यह इंस्ट्रक्शन वैलिड होगा। उसके बाद एसआईपी बंद हो जाएगा।