पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश नहीं, इस देश से आते हैं सबसे ज्यादा शरणार्थी

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नागरिकता कानून 2019 (Citizenship Act 2019 – CAA) में तीन देशों के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने के नियम आसान बनाए गए हैं। ये तीन देश हैं – पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश। बेशक इन देशों से भारत में काफी शरणार्थी (Refugee) आते हैं। लेकिन इन तीनों में से कोई भी देश ऐसा नहीं है जो भारत में शरणार्थियों के मामले में शीर्ष तीन में भी आता हो।

तो फिर वो कौन से देश हैं जहां से सबसे ज्यादा शरणार्थी भारत आते हैं? शरणार्थियों की संख्या के मामले में भारत का दुनिया में कौन सा स्थान है, ये पाकिस्तान से ज्यादा है या कम? भारत के सबसे ज्यादा शरणार्थी किस देश में हैं? कौन कहलाते हैं शरणार्थी? इन सभी सवालों के जवाब आगे पढ़ें?

किन्हें कहते हैं शरणार्थी
शरणार्थियों हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के कार्यालय (UNHCR – United Nations High Commissioner for Refugees) के अनुसार, ‘शरणार्थी वे लोग होते हैं जो युद्ध, हिंसा या किसी तरह की प्रताड़ना जैसे कारणों से अपना देश छोड़कर दूसरे देश में जाकर रहने के लिए मजबूर होते हैं।’ लेकिन शरणार्थी का दर्जा मिलने की भी प्रक्रिया होती है।

यह दर्जा पाने के लिए दूसरे देशों में पनाह मांगने वाले लोगों को शरणार्थी की परिभाषा में बताए कारणों को सिद्ध करना होता है। इसके लिए पनाह मांगने वाले (Asylum Seekers) लोग उस देश की सरकार के पास आश्रय पाने का आवेदन करते हैं। जब तक उनका आवेदन स्वीकार नहीं कर लिया जाता, तब तक उन्हें शरणार्थी का दर्जा भी नहीं मिलता है।

सबसे पहले हम आपको बता रहे हैं कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा शरणार्थी किन देशों के लोग हैं। साथ ही ये भी जानें कि दुनियाभर में भारत के कितने शरणार्थी हैं।

देश अन्य देशों में उस देश के कितने शरणार्थी
सीरिया 63,24,551
अफगानिस्तान 26,76,619
दक्षिणी सूडान 22,85,257
म्यांमार 10,96,213
सोमालिया 9,49,487
भारत 9,601
कुल 2,01,17,541
*दुनियाभर में भारत के शरणार्थियों की संख्या भले ही 9,601 हो, लेकिन करीब 52 हजार भारतीय ऐसे हैं जिन्होंने अलग-अलग देशों में आश्रय के लिए आवेदन किया हुआ है, जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
किस देश में सबसे ज्यादा भारतीय शरणार्थीनागरिकता कानून 2019 (Citizenship Act 2019 – CAA) में तीन देशों के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने के नियम आसान बनाए गए हैं। ये तीन देश हैं – पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश। बेशक इन देशों से भारत में काफी शरणार्थी (Refugee) आते हैं। लेकिन इन तीनों में से कोई भी देश ऐसा नहीं है जो भारत में शरणार्थियों के मामले में शीर्ष तीन में भी आता हो।

तो फिर वो कौन से देश हैं जहां से सबसे ज्यादा शरणार्थी भारत आते हैं? भारत में उन देशों के शरणार्थी कितनी संख्या में हैं? शरणार्थियों की संख्या के मामले में भारत का दुनिया में कौन सा स्थान है, ये पाकिस्तान से ज्यादा है या कम? भारत के सबसे ज्यादा शरणार्थी किस देश में हैं? कौन कहलाते हैं शरणार्थी? इन सभी सवालों के जवाब आगे पढ़ें?

किन्हें कहते हैं शरणार्थी
शरणार्थियों हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के कार्यालय (UNHCR – United Nations High Commissioner for Refugees) के अनुसार, ‘शरणार्थी वे लोग होते हैं जो युद्ध, हिंसा या किसी तरह की प्रताड़ना जैसे कारणों से अपना देश छोड़कर दूसरे देश में जाकर रहने के लिए मजबूर होते हैं।’ लेकिन शरणार्थी का दर्जा मिलने की भी प्रक्रिया होती है।

यह दर्जा पाने के लिए दूसरे देशों में पनाह मांगने वाले लोगों को शरणार्थी की परिभाषा में बताए कारणों को सिद्ध करना होता है। इसके लिए पनाह मांगने वाले (Asylum Seekers) लोग उस देश की सरकार के पास आश्रय पाने का आवेदन करते हैं। जब तक उनका आवेदन स्वीकार नहीं कर लिया जाता, तब तक उन्हें शरणार्थी का दर्जा भी नहीं मिलता है।

सबसे पहले हम आपको बता रहे हैं कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा शरणार्थी किन देशों के लोग हैं। साथ ही ये भी जानें कि दुनियाभर में भारत के कितने शरणार्थी हैं।
देश अन्य देशों में उस देश के कितने शरणार्थी
सीरिया 63,24,551
अफगानिस्तान 26,76,619
दक्षिणी सूडान 22,85,257
म्यांमार 10,96,213
सोमालिया 9,49,487
भारत 9,601
कुल 2,01,17,541
*दुनियाभर में भारत के शरणार्थियों की संख्या भले ही 9,601 हो, लेकिन करीब 52 हजार भारतीय ऐसे हैं जिन्होंने अलग-अलग देशों में आश्रय के लिए आवेदन किया हुआ है, जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
किस देश में सबसे ज्यादा भारतीय शरणार्थी
रिपोर्ट बताती है कि सबसे ज्यादा भारतीय उत्तरी अमेरिका में शरण लेते हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर कनाडा का नाम आता है।
अमेरिका में भारतीय शरणार्थियों की संख्या – 6,110
कनाडा में भारतीय शरणार्थियों की संख्या – 1,457
शरणार्थी और भारत-पाकिस्तान
अब हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया में दूसरे देशों के लोगों को शरण देने के मामले में भारत व पाकिस्तान किस स्थान पर हैं? आंकड़े बताते हैं कि अगर जनसंख्या के अनुपात में देखा जाए, तो भारत में शरणार्थियों का बोझ अन्य की तुलना में थोड़ा कम है।
देश वहां दूसरे देश के कितने शरणार्थी
तुर्की 36,81,685
पाकिस्तान 14,04,019
युगांडा 11,65,653
सूडान 10,78,287
जर्मनी 10,63,837
भारत 1,95,891

भारत में किस देश से आते हैं सबसे ज्यादा शरणार्थी
ये हैं टॉप 3 देश जहां से आने वाले सबसे ज्यादा लोगों को भारत में शरणार्थी का दर्जा मिला है।
चीन – 1,08,008
श्रीलंका – 60,802
म्यांमार – 18,813

2018 में भारत में कितनों को मिला शरणार्थी का दर्जा
2018 की शुरुआत में आवेदकों के लंबित मामले – 10,519
2018 के दौरान कितने आवेदन हुए – 8,411
कितने आवेदकों को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया – 1,728
कितनों के आवेदन खारिज हुए – 1,332
कितनों के आवेदन बंद हुए – 3,913

2018 के अंत में लंबित मामले – 11,957
देखा जाए तो एक साल में भारत में दूसरे देशों से आए जितने लोगों ने आश्रय के लिए आवेदन किया, उनमें से 10 फीसदी से कम को शरणार्थी का दर्जा मिला।
2018 में अन्य देशों में कितने भारतीयों को मिला शरणार्थी का दर्जा
2018 की शुरुआत में आवेदकों के लंबित मामले – 40,189
2018 के दौरान कितने आवेदन हुए – 29,169
कितने आवेदकों को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया – 2,133
कितनों के आवेदन खारिज हुए – 7,781
कितनों के आवेदन बंद हुए – 4,179

2018 के अंत में लंबित मामले – 51,812
यानी एक साल में दुनिया के अलग-अलग देशों में जितने भारतीयों ने आश्रय के लिए आवेदन किया, उनमें से तीन फीसदी से भी कम को शरणार्थी का दर्जा दिया गया।
2018 में सबसे ज्यादा किस देश ने भारतीयों को दिया शरणार्थी का दर्जा
अमेरिका – 1,531
कनाडा – 280
इटली – 120
यूके – 68
ऑस्ट्रेलिया – 51

अमेरिका इस सूची में पहले स्थान पर जरूर है, लेकिन 2018 में सबसे ज्यादा इसी देश में भारतीयों द्वारा आश्रय पाने के लिए किए गए आवेदन खारिज भी हुए।

**ऊपर दिए गए सभी आंकड़े यूएनएचसीआर की 2018 के अंत तक की रिपोर्ट के आधार पर है। इसमें सिर्फ शरणार्थियों और आश्रय मांगने वालों के बारे में बताया गया है। कानूनी या गैरकानूनी प्रवासियों के बारे में नहीं। वास्तविक आंकड़े और ज्यादा हो सकते हैं जिसकी पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है। क्योंकि भारत ने शरणार्थियों के दर्जे से संबंधित कन्वेंशन साइन नहीं किया है।