गौतमबुद्ध नगर जनपद में किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराने और कालाबाजारी व ओवररेटिंग जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासनिक सख्ती जारी है. शासन व जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के अनुपालन में गठित फर्टिलाइज़र टास्क फोर्स ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जनपद की तीनों तहसीलों सदर, जेवर और दादरी में कुल 28 उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की है.
इस संयुक्त कार्रवाई में कृषि विभाग, राजस्व विभाग एवं सहकारिता विभाग की टीमों ने भाग लिया. जिला कृषि अधिकारी विवेक दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि तहसील सदर क्षेत्र में उप कृषि निदेशक की अगुवाई में, तहसील जेवर में स्वयं उनकी टीम द्वारा तथा दादरी में अपर जिला कृषि अधिकारी की निगरानी में यह औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया.
निर्धारित दरों पर ही उर्वरकों की बिक्री करें
निरीक्षण के दौरान उर्वरकों की उपलब्धता, मूल्य निर्धारण, वितरण प्रक्रिया और उत्पादों की टैगिंग व्यवस्था की गहन जांच की गई. टास्क फोर्स ने दुकानदारों को निर्देशित किया कि वे केवल निर्धारित दरों पर ही उर्वरकों की बिक्री करें और किसानों पर किसी भी प्रकार से अन्य उत्पादों को लेने का दबाव न बनाएं. छापेमारी के दौरान संदेह के आधार पर सात उर्वरकों के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए संग्रहित किए गए हैं. इनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, अनियमितता पाए जाने पर चार विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
टीम ने किसानों से किया संवाद
टीम ने कृषकों से संवाद भी किया और उनसे उर्वरक वितरण में आने वाली समस्याओं की जानकारी प्राप्त की. किसानों को भरोसा दिलाया गया कि शासन की प्राथमिकता उनके हितों की रक्षा करना है और ऐसे निरीक्षण अभियान भविष्य में भी इसी तरह चलते रहेंगे. यह कार्रवाई जिले में पारदर्शी और नियंत्रित उर्वरक आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, जिससे न केवल किसान सशक्त होंगे बल्कि अनियमित व्यापारिक गतिविधियों पर भी प्रभावी लगाम लगेगी.