पहलगाम हमले के बाद भारत के जवाबी एक्शन से तिलमिलाए पाकिस्तान की मदद करने वाले देशों में सिर्फ तुर्किए, चीन और अजरबैजान ही नहीं है, बल्कि इसमें एक और देश शामिल है. वो देश है इजिप्ट, जिसका भारत के साथ भी बेहद करीबी संबंध रहा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हाल में वहां के राष्ट्रपति को फोन कर मदद के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. मीडिया की एक रिपोर्ट में यह बताया गया कि पाकिस्तान में 12 मई को इजिप्ट का एक कार्गो विमान पहुंचा था. इससे साफ है कि तनाव के वक्त इजिप्ट ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान का साथ दिया है.
सबसे खास बात ये है कि तुर्की के साथ भारत का बड़ा व्यापारिक संबंध रहा है. सेंट्रल एजेंसी फॉर पब्लिक मोबिलाइजेशन एंट स्टैटिक्स यानी CAPMAS के मुताबिक, भारत, इजिप्ट का छठा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार देश है, जबकि इजिप्ट, भारत का 38वां बड़ा व्यापारिक साझीदार है.
पाक का दोस्त इजिप्ट
भारत और इजिप्ट के बीच वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान व्यापार 6,061 मिलियन डॉलर का रहा. साल 2021 में द्विपक्षीय व्यापार 7.26 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था. भारत की 55 कंपनियों ने इजिप्ट में करीब 4 बिलियन डॉलर का निवेश कर रखा है. 2024 में भारत-इजिप्ट के बीच करीब 36 हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ है. दस साल में दोनों ही देशों के बीच आयात और निर्यात करीब पांच गुना बढ़ चुका है.
इजिप्ट में भारत ने करीब 50 से ज्यादा प्रोजेक्ट में निवेश कर रखा है, जो करीब 3.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आसपास है. जबकि इजिप्ट ने भारत में 37 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया हुआ है.
भारत के लिए बड़ा बाजार है इजिप्ट
भारत के लिए इजिप्ट एक बड़ा बाजार है. दोनों ही देशों के बीच व्यापार में साल 1978 से ही द्विपक्षीय कारोबार समझौता लागू है. 2023 में गणतंत्र दिवस के मौके पर वहां के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी को मुख्य अतिथि बनाया गया था. दोनों ही देशों के बीच राजनयिक के अलावा बड़ा व्यापारिक सहयोग है.
हालांकि, इजिप्ट की स्थिति भी अमूमन कुछ पाकिस्तान की तरह ही है, लेकिन फिर भी उसका भारत से बेहतर संबंध रहा है. इजिफ्ट लगातार पाकिस्तान की नीतियों और आतंकवाद की खिलाफत करता आ रहा था, लेकिन जिस तरह से भारत के खिलाफ उसने पाकिस्तान का साथ दिया है, उसके बाद से इसके ऊपर कई तरह के सवाल उठना लाजिमी है.