(www.arya-tv.com) लखनऊ: सर्दियों की शुरुआत नवंबर महीने से होते ही डेंगू के मामलों में भी इजाफा देखने को मिलता है. इस समय बदलते मौसम और लोगों की लापरवाही उनकी सेहत पर बुरा असर डालती है. इस नवंबर में भी राजधानी लखनऊ का कुछ ऐसा ही हाल है, जहां डेंगू तेजी से फैल रहा है. सीएमओ की रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ में अब तक 2100 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि, इनमें से कई लोग ठीक भी हो गए हैं लेकिन कई लोगों को इस बीमारी के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
सामान्य होने में लगता है समय
डेंगू के कारण तेज बुखार और बदन दर्द से शरीर की ताकत कमज़ोर पड़ जाती है, जिससे सामान्य स्थिति में लौटने में कई महीने लग सकते हैं. इसी के संबंध में, लखनऊ के प्रसिद्ध डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश ने जानकारी दी कि सिविल अस्पताल में डेंगू के मरीजों की स्थिति में दिन-प्रतिदिन सुधार हो रहा है.
बरती जा रही है विशेष सावधानी
डॉ. राजेश ने बताया कि रविवार तक अस्पताल में 25 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 13 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. सोमवार को अब केवल 12 मरीज ही अस्पताल में डेंगू का इलाज करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह दर्शाता है कि डेंगू के अधिकतर मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं. सिविल अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है, जैसे कि मच्छरदानी की व्यवस्था, साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान आदि.
इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. राजेश ने बताया कि डेंगू को सावधानी और सतर्कता से ही नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने इसके लिए कुछ सुझाव दिए, जैसे कि सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना, आसपास पानी जमा न होने देना, फुल स्लीव्स के कपड़े पहनना और बुखार या बदन दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना. इसके अलावा खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की सलाह दी ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.