पिकनिक की खुशी कैसे मातम में बदली? वडोदरा में 14 लोगों के मरने की दर्दनाक कहानी

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(www.arya-tv.com)  गुजरात के वडोदरा में पिकनिक की खुशी उस वक्त मातम में बदल गई, जब एक नौका पलटने से 14 लोगों की मौत हो गई. वडोदरा शहर के हिरणी झील में गुरुवार को नौका के पलट जाने से उसमें सवार 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया. बताया गया कि हादसे में एक प्राइवेट स्कूल के बच्चे और टीचर शामिल थे. ये सभी हिरणी झील में पिकनिक मनाने गए थे. दरअसल, छात्र पिकनिक मनाने आए थे और हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे कि तभी दोपहर के बाद यह हादसा हो गया. बचाए गए एक छात्र का एसएसजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.

गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी के मुताबिक, नौका पलटने की घटना में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई. कुल 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचाया गया. हमें पता चला है कि नौका पर केवल 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे जो साबित करता है कि इसमें आयोजकों की गलती थी. सांघवी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है.

कैसे मातम में बदली पिकनिक की खुशी
दरअसल, यह पूरा मामला एक प्राइवेट स्कूल के बच्चों और टीचरों का है. ये सभी गुरुवार को पिकनिक के लिए निकले थे. हरनी झील में बोट पर कुल 35 लोग सवार हुए, जिनमें छात्र और टीचर शामिल थे. बोट में सवार लोगों को लाइफ जैकेट नहीं पहनाई गई थीकुछ ही छात्र थे, जिन्होंने लाइफ जैकेट पहनी थी. इतना ही नहीं, बोट यानी नौका पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे. यही वजह है कि बोट जैसे ही झील के बीच में पहुंची, बोट डगमगाने लगी और देखते ही देखते चीख-पुकार मच गई. नौका में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 छात्र और चार शिक्षक शामिल थे.