(www.arya-tv.com) पाकिस्तान में यूं तो प्रधानमंत्रियों के लिए इस्लामाबाद में सरकारी आवास है लेकिन एक प्रधानमंत्री ऐसे भी हुए, जिसने सरकारी घर में रहने से मना कर दिया, क्योंकि उसे लगता था कि उसके निजी घर के आगे सरकारी आवास कुछ भी नहीं. उन्हें रोज घर से आफिस तक लाने के लिए वीवीआईपी हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गईदुनिया में पाकिस्तान अकेला ऐसा देश है, जिसके एक प्रधानमंत्री रोज घर से आफिस हेलीकॉप्टर से जाते थे. जिस आर्थिक बदहाली में पाकिस्तान पिछले कुछ सालों में डूबा हुआ है, वहां इसे लेकर पाकिस्तान में बहुत हल्का मचा. क्योंकि इस पर मोटा पैसा खर्च हुआ था. क्या आपको इस प्रधानमंत्री का नाम मालूम है. हालांकि वह अब पाकिस्तान के पीएम नहीं हैं लेकिन एक जमाना था जब वह अपने शानदार निजी किलेनुमा बंगले से हेलिकॉप्टर पर चढ़ते थे और इस्लामाबाद के अपने आफिस पहुंचते थे.
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास और प्रधान कार्यालय इस्लामाबाद में है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इसी में रहते आए हैं और यहीं से उनका दफ्तर देश का काम संभालता आया है लेकिन एक प्रधानमंत्री इससे अलहदा रहे. उन्होंने कहा कि वह पीएम आवास में नहीं रहेंगे बल्कि अपने आरामदायक घर में ही रहेंगे और यहीं से रोज आफिस आएंगेलिहाजा इन प्रधानमंत्री को रोज उनके आवास से एक हेलीकॉप्टर लेकर जाता था और फिर वापस शाम से रात के बीच लेकर आता था. फिर वापस लौटकर प्रधानमंत्री के निजी आवास पर खड़ा हो जाता था. इस हेलीकॉप्टर के लिए एक खास अमले की व्यवस्था की गई. जिसमें कई पायलट से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक थी. ईंधन का मोटा खर्च तो अलग रहा ही होगा.
ये प्रधानमंत्री कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान तहरीक पार्टी के प्रमुख इमरान खान हैं, जो वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आवास में आने से मना कर दिया. उन्हें ऐशोआराम वाले अपने लंबे चौड़े बनि गाला बंगले में रहना ज्यादा अच्छा लगता था. ये जगह इस्लामाबाद के करीब है. उन्होंने साफ कर दिया कि वह पीएम आवास में नहीं रहेंगे बल्कि यहां से रोज आफिस जाएंगे.
तब प्रधानमंत्री सचिवालय के निर्देश पर तुरंत इमरान खान के लिए एक हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई जो रोज उनको आफिस से लेकर आए और जाए. इस तरह इमरान खान रोज हेलिकॉप्टर की सवारी करने लगे. पाकिस्तान की संसद में इसके खर्च को लेकर एक रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें बताया गया है कि इमरान ने हेलिकॉप्टर से आफिस आने जाने में 1500 घंटे से ज्यादा की सवारी की और इस पर 100 करोड़ रुपए खर्च हुए.