(www.arya-tv.com) आपने मीरा की कहानी जरूर सुनी होगी. जिन्होंने प्रभु श्रीकृष्ण की भक्ति में राजयोग छोड़ दिया था. ऐसे ही एक व्यक्ति पर भक्ति की धुन ऐसी चढ़ी कि उन्होंने अपनी 15 एकड़ जमीन 15 लाख रुपए में बेच कर मंदिर का निर्माण करा दिया. इतना ही नहीं, दुनियादारी छोड़ कर उसी मंदिर में पूजारी बन कर भक्ति में जीवन अर्पित कर दी है.
हम बात कर रहे हैं सुपौल जिले के बसंतपुर प्रखंड के बनैलीपट्टी वार्ड-6 निवासी राम दास की. वे बताते हैं कि उन्हें तीन बेटियां थीं. तीनों की शादी करने के बाद उन्हें पास के ही गांव बसमतिया के एक संत से भक्ति की प्रेरणा मिली. इसके बाद अपनी सारी जमीन बेच कर मंदिर निर्माण शुरू कराया. जो बीते 17 दिसंबर को बन कर तैयार हो गया. अब वहीं पुजारी बनकर भक्ति में जीवन अर्पित कर रहे हैं.
वर्ष 2017 में सारी संपति बेचकर रखी थी नींव
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में 15 लाख रुपए में 15 एकड़ जमीन बेच कर उन्होंने रामनवमी के दिन मंदिर निर्माण की नींव रखा. मंदिर के बन जाने पर उसमें राजस्थान से संगमरमर से बनी भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान सहित दर्जन भर देवी-देवताओं की प्रतिमा मंगवा कर स्थापित किया. अब वहीं पर चौबीसों घंटे भक्ति के सागर में डूबे रहते हैं. साथ ही दूसरों को भी सत्कर्म पर चलने का संदेश देते हैं.
समाज के लिए बन गए हैं मिशाल
वहीं स्थानीय आशा नारायण मिश्र ने बताया कि बाबा राम दास पर भगवान की भक्ति का ऐसा रंग चढ़ा है कि उन्होंने अपने हिस्से की सारी संपत्ति मंदिर पर न्योछावर कर दी. आज यह मंदिर लोगों के आस्था का केन्द्र बना गया है. साथ ही समाज के लोग बाबा राम दास का अनुसरण करने लगे हैं. वे कहते हैं कि आज के समय में जब संपत्ति के लिए भाई, भाई की हत्या कर रहा है, ऐसे समय में बाबा की आस्था समाज के लिए मिशाल बन गया है.