(www.arya-tv.com) संगम नगरी प्रयागराज में बीटेक छात्र द्वारा जिहादी नारे लगाते हुए इलेक्ट्रिक बस कंडक्टर पर चापड़ से जानलेवा हमला मामले में ATS की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ATS के मुताबिक आरोपी छात्र लारेब हाशमी ने बस कंडक्टर पर ‘लोन वुल्फ अटैक’ किया था. इस तरह का हमला आमतौर पर कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े हुए प्रशिक्षित आतंकी करते हैं. लोन वुल्फ अटैक में हमलावर अकेला होने की वजह से अपने टारगेट पर इस तरह अटैक करता है, ताकि एक ही वार में उसका काम तमाम किया जा सके. हमले के इस तरीके से जांच एजेंसियां भी हैरान हैं.
जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि लोन वुल्फ अटैक के बारे में आरोपी लारेब हाशमी को जानकारी कहां से मिली? कहीं उसका कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है. या फिर यू ट्यूब पर जिहादी और हिंसात्मक वीडियो देखकर उसने इस तरह के हमले का प्लान तैयार किया. लोन वुल्फ अटैक में हमलावर अकेले ही पूरी वारदात को अंजाम देता है. इस अटैक में हमलावर बड़े हथियारों के बजाय सामान्य वस्तुओं को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करता है. आमतौर पर चाकू, चापड़, नेल कटर आदि का इस्तेमाल किया जाता है. इसी तरह का हमला कुछ साल पहले गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में भी किया गया था. यहां मुर्तुजा नामक शख्स ने पुलिस वालों पर लोन वुल्फ अटैक किया था.
छात्र के सेल्फ रेडिक्लाइज्ड होने की उम्मीद
बता दें कि ATS और आईबी के साथ ही प्रयागराज पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है. आरोपी छात्र से एजेंसियों ने कई राउंड पूछताछ की है. हालांकि अभी तक की जांच में कोई आतंकी कनेक्शन सामने नहीं आया है. आरोपी छात्र के सेल्फ रेडिक्लाइज्ड होने की उम्मीद जताई जा रही है. जांच में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तानी मौलाना खादिम रिजवी की तकरीरें सुनकर आरोपी छात्र कट्टरपंथी हो गया था.
फिलहाल आरोपी छात्र लारेब हाशमी के मोबाइल फोन व दूसरे डिजिटल उपकरणों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है. एफएसएल लैब की रिपोर्ट इस केस की जांच में बेहद अहम हो सकती है. बताया जा रहा है कि आरोपी अपने मोबाइल और कम्प्यूटर पर दिन भर धार्मिक तकरीरें वा भड़काऊ भाषण सुनता था. आशंका है कि यू ट्यूब पर वीडियो देखकर ही उसने हमले का प्लान तैयार किया था.