(www.arya-tv.com) आईआईटी बीएचयू की छात्रा से छेड़खानी मामले में पीड़िता का 161 के तहत कलमबंद बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया गया है. छात्रा के बयान के बाद इस मामले में सामूहिक रेप (376D) और इलेक्ट्रानिक साधनों से यौन उत्पीड़न की धारा बढ़ाई गई है. आरोपियों ने पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स के साथ अश्लीलता की थी. इस मामले में विवेचना अभी जारी है SHO लंका मामले की जांच कर रहे हैं. गौरतलब है कि मामले में अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने एक बार फिर धरना प्रदर्शन करते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी.
दरअसल, आईआईटी बीएचयू छात्रा से छेड़खानी मामले में 7 दिन बाद भी वाराणसी पुलिस के हाथ खाली हैं. अब तक पुलिस ने 15 से अधिक लोगों से पूछताछ की है और दर्जनों सीसीटीवी खंगाले हैं. बावजूद इसके आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. आरोपियों की गिरफ्तारिन होने से नाराज छात्रों ने बुधवार को फिर आईआईटी बीएचयू की सड़कों पर उतर आए. हजारों स्टूडेंट्स ने हाथों में पोस्टर लेकर डायरेक्टर ऑफिस के बाहर धरना दिया.
उधर मामले की जांच कर रहे लंका थानाध्यक्ष शिवकांत मिश्रा ने बताया कि इस मामले में तफ्तीश जारी है और पीड़िता की मदद से आरोपियों की पहचान के लिए स्कैच भी तैयार कराया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी. गौरतलब है कि 1 नवंबर की रात को बीएचयू कैंपस में ही दोस्त संग घूम रही छात्रा को बुलेट सवार तीन बदमाशों ने पहले रोका और फिर उसके दोस्त के साथ मारपीट कर भगा दिया. इसके बाद आरोपियों ने छात्रा के कपड़े उतारे, वीडियो बनाया और छेड़खानी की. इसके बाद छात्रा को डराया- धमकाया और मौके से फरार हो गए. इस मामले के बाद अगले दिन सुबह पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन अब तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं, इस मामले पर छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया था.