(www.arya-tv.com) कानपुर. उत्तर प्रदेश में मंगलवार को भूकंप के 2 झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र नेपाल था. पहले भूकंप 5.3 तीव्रता का था, तो वहीं दूसरा 6.2 तीव्रता का था. यूपी में इसकी तीव्रता 5.5 रही. आईटी कानपुर के प्रोफेसर जावेद मलिक का दावा है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में इससे भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए जाएंगे. इसके लिए हम सभी को तैयार रहना चाहिए. इसके साथ उत्तराखंड भी भूकंप क्षेत्र में आता है, इसलिए वहां पर भी भूकंप आने की आशंका है.
आखिर भूकंप क्यों आता है? इसको लेकर आईआईटी के प्रोफेसर का कहना है कि यूपी में कभी भूकंप नहीं आता. यहां पर सिर्फ भूकंप का झटका महसूस किया जाता है. दरअसल यह पृथ्वी टेक्टोनिक प्लेट पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है. यह प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं, जब यह आमने-सामने आती हैं या फिर ऊपर नीचे टकराती हैं तो ऐसे में नीचे से निकलने वाली ऊर्जा बाहर आती है, तब भूकंप आता है. या प्लेट जब-जब हलचल करेंगे तब तक भूकंप का असर देखने को मिलेगा.
आईटी प्रोफेसर बोले- आने वाले समय के लिए तैयार रहें
आपको बता दें कि 1934 में 8.2 तीव्रता का भूकंप आया था. इसके बाद 2015 में 7.8 तीव्रता का भूकंप नेपाल की तरफ से ही आया था . इससे भी पहले की बात करें तो 1505 में सबसे बड़ा भूकंप 8.3 की तीव्रता का आया था. आईटी प्रोफेसर के अनुसार आने वाले समय में फिर से सभी तैयार रहें, एक बार फिर से तेज तीव्रता का भूकंप जरूर आ सकता है. इसका असर भी देखने को मिलेगा या भूकंप कब आएगा यह बता पाना बहुत मुश्किल है