(www.arya-tv.com) हरियाणा के नूंह में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा हुआ था। जिसमें अयोध्या के महाराजगंज थानाक्षेत्र के महाराजीपुर गांव निवासी कुलदीप सिंह (33) की मौत हो गई थी। घटना 24 अगस्त सुबह 11 बजे की है। घटना के सूचना पर हरियाणा पहुंचे कुलदीप के परिजनों के साथ हरियाणा पुलिस और अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा बदसलूकी की गई। खून से लतपथ बॉडी को पोस्टमार्टम के बाद बिना कफन के परिजनों को सौंपा दिया। इसके अलावा आरोपी कार चालक और उसके मालिक के खिलाफ हरियाणा पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
यह आपबीती सुनाते हुए कुलदीप सिंह के परिवारजनों ने रोने हुए बताया। कुलदीप सिंह (33) एप्को इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में 17 वर्षों से काम कर रहे थे।
जो फ्यूल लेकर एक टैंकर से जा रहे थे। 24 अगस्त को नूंह के पास एक रांग साइड से आ रही तेज रफ्तार कार रोल्स रॉयस फैंटम के टकराने के टैंकर पलट गया। इस हादसे में ड्राइवर और कुलदीप की मौत हो गई थी।
पत्नी अनुपम सिंह तीनों बेटियों छवि, परी, प्रियल को लेकर रोते हुए कहा कि अब उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। घर में वे इकलौते थे। जो पूरे घर का खर्च चलाते थे। भाई अमरदीप सिंह ने बताया कि हरियाणा पुलिस रोल्स रॉयस फैंटम कंपनी के चालक और मालिक को बचाना चाहती है। यहीं कारण है कि अभी तक हरियाणा पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया।
भाई से साथ अस्पताल में की गई अभद्रता
हरियाणा अस्पताल में मृतक के भाई के साथ अभद्रता की गई। भाई अमरदीप सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस तक शव को नग्न भेजा गया। कफन भी नसीब नहीं हुआ। मृतक कुलदीप सिंह की पत्नी और परिजन जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे । और इस प्रकरण में सीएम से हस्तक्षेप करने की मांग करेंगे। परिजनों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री को भी भेजेंगे। शिकायती पत्र,हरियाणा सरकारी कर्मचारियों के द्वारा किए गए व्यवहार पर कार्रवाई की करेंगे मांग।