(www.arya-tv.com) एसएसपी बरेली घुले सुशील चंद्रभान ने ने भी भ्रष्टाचार में शामिल पुलिसकर्मियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दी है। एसएसपी ने पहली ही कार्रवाई में इंस्पेक्टर फतहेगंज वेस्ट मनोज कुमार समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। एसएसपी ने सभी की गोपनीय जांच कराई, जांच में सभी दोषी पाए गए।
पहले इंस्पेक्टर पर कार्रवाई का कारण जानिए
बरेली के मीरगंज थाने में एनडीपीएस का एक मुकदमा 2021 का दर्ज है। दूसरा मुकदमा एनडीपीएस का फतेहगंज वेस्ट थाने में 2022 में दर्ज हुआ। फतेहगंज के मुकदमे में आरोपी शानू उर्फ सोनू कालिया के व्हाट्सएप पर इंस्पेक्टर फतेहगंज मनोज कुमार लगातार कॉल करते रहे। इसलिए ड्रग्स तस्कर शानू उर्फ सोनू कालिया की गिरफ्तारी में देरी हुई। साथ ही इससे लगातार संपर्क व्हाट्सएप पर रहा।
इसके अलावा एक अन्य मुकदमे में फर्जी तरह से क्रॉस केस करने की लापरवाही की। साथ ही एक अन्य मामले में पैसे लेकर आरोपी को पीटना, पशु तस्करों से अवैध वसूली के आरोपी सही पाए गए। जिसके चलते इंस्पेक्टर मनोज कुमार को सस्पेंड किया गया है। वहीं पीआरओ का काम देख रहे इंस्पेक्टर ललित मोहन को इंस्पेक्टर फतेहगंज वेस्ट का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है।
अवैध वसूली में 6 अन्य पुलिसकर्मी निलंबित
एसएसपी ने अवैध वसूली और भ्रष्टाचार में शामिल एसओजी सिपाही अनिल कुमार प्रेमी, शेरगढ़ थाने में तैनात बाबर, सीबीगंज थाने में तैनात सिपाही दिलदार, सीबीगंज में तैनात सिपाही मुनव्वर आलम, हफिजगंज थाने में तैनात सिपाही हर्ष चौधरी को निलंबित किया गया है। इनके अलावा फरीदपुर थाने के कम्प्यूटर ऑपरेटर हरीश को भी निलंबित किया है।