(www.arya-tv.com) एक प्रोड्यूसर के तौर पर जॉन अब्राहम ने अपनी फिल्मों की चॉइस में बदलाव किया है। दीवाली के तुरंत बाद उनके बैनर की तारा वर्सेज बिलाल रिलीज हो रही है। यह विशुद्ध रोमांटिक कॉमेडी जॉनर की फिल्म है। जबकि, इससे पहले जॉन अब्राहम परमाणु, मद्रास कैफे, अटैक, बाटला हाऊस जैसी एक्शन और थ्रिरलर फिल्में प्रोड्यूज कर चुके हैं। अपनी अपकमिंग फिल्म के बारे में जॉन ने दैनिक भास्कर से बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपनी फिल्म और प्रोडक्शन कंपनी के बारे में बात की।
अलग-अलग सब्जेक्ट पर फिल्में बनाने की करता हूं कोशिश- जॉन
जॉन अब्राहम ने कहा- मैं अलग-अलग सब्जेक्ट्स पर अच्छी फिल्में बनाने की कोशिश करता रहा हूं। तारा VS बिलाल मेरे लिए एक निर्माता के तौर पर नया एक्पीरियंस है। हमारे राइटर और डायरेक्टर ने एक एंटरटेनिंग लव स्टोरी कहने की कोशिश की है। हमने हल्के-फुल्के अंदाज में समाज के टैबू सब्जेक्ट्स को कहानी में पिरोया है।इस फिल्म के हीरो हर्षवर्धन राणे हैं। मैं अगर उनकी उम्र का होता तो शायद इस फिल्म का हीरो बनता। वैसे भी मुझे अपने बैनर की हर फिल्म में एक्ट करना ही है, उसको लेकर कोई टेम्पटेशन यानी लालच नहीं रहा है। जिन किरदारों में मैं फिट बैठा, मैने हमेशा उनमें ही मैंने एक्टिंग की।
अपने बैनर की फिल्म करने में सेफ फील करता हूं- जॉन
बातचीत में आगे जॉन करते हैं- ‘बतौर एक्टर मैं अपने बैनर की फिल्म में एक्ट करता हूं तो ज्यादा सेफ महसूस करता हूं। वह इसलिए कि जो फिल्में अगर मैं प्रोड्युस कर रहा हूं तो उन्हें हम बहुत ज्यादा क्युरेट या मांजते हैं ताकि अगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर न भी चले तो भी उसे देखनेवाला कोई इंसान यह न कहे कि अरे ये तो बुरी फिल्म थी।’
जॉन कहते हैं- ‘जब कभी मैं बहुत अच्छी स्क्रिप्ट पढ़ता हूं तो सामने वाले को जरूर कहता हूं कि क्यों न इसे प्रोड्युस की जाए। तो मैं उसका प्रोड्युसर भी बन जाता हूं। फिर पता करता हूं कि क्या उस किरदार में मैं फिट बैठूंगा। वह जवाब नहीं मिलता तो तब मैं दूसरे टैलेंट की तलाश करता हूं।’
जॉन अब्राह हमेशा खोजते हैं अनोखी कहानियां- संयुक्ता
इस फिल्म की रायटर संयुक्ता चावला शेख हैं। इससे पहले उन्होंने नीरजा, परमाणु, बॉबी जासूस और दिल्ली क्राइम जैसे प्रोजेक्ट्स की कहानियों पर काम किया है। राइटर संयुक्ता बताती हैं कि- ‘फिल्म तारा वर्सेज बिलाल के डायरेक्टर समर इकबाल हैं। मैं और समर दोनों यशराज फिल्म्स में सालों तक असिस्टेंट डायरेक्टर यानी ऐडी रहें हैं। हम उनकी जब तक है जान में भी ऐडी थे। उसमें जॉन अब्राहम विलेन के रोल में थे। बहरहाल, बतौर प्रोड्युसर जॉन अब्राहम एक नॉर्मल सी कहानी में सदा कुछ अनयुजयल यानी अनोखेपन की तलाश में रहते हैं।