(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में ‘सर तन से जुदा’ करने की कथित धमकी में पुलिस के खुलासे पर डॉक्टर अरविंद वत्स ‘अकेला’ और यति नरसिंहानंद गिरि ने सवाल उठाए हैं। डॉक्टर अकेला ने कहा है कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मुझे जेल भेजने की बजाय फांसी दे दी जाए। वहीं यति ने कहा कि अगर डॉक्टर की हत्या हुई तो सिर्फ और सिर्फ गाजियाबाद के SP सिटी जिम्मेदार होंगे।
क्या है पूरा मामला?
सिहानी गेट थाना क्षेत्र में अंबेडकर कॉलोनी निवासी डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला लोहियानगर के पास सीताराम हृदयनाथ चिकित्सालय का संचालन करते हैं। 11 सितंबर को उन्होंने एक FIR दर्ज कराई। FIR के अनुसार, उन्हें 2 सितंबर को वॉट्सऐप पर यूएस के नंबर से थ्रेट कॉल आई। कहा- ‘तू डॉक्टर अकेले बोल रहा है। तुझे तेरा मोदी, योगी, सिंघा बचा नहीं पाएगा। जैसे कन्हैया कुमार और उमेश को भेजा है, तुझे भी वहीं भेज दूंगा। गुस्ताखे रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा।’ डॉक्टर अरविंद के अनुसार, थ्रेट देने वाले ने उन्हें वॉट्सऐप पर तीन फोटो भेजे थे, जिसमें घुटने के नीचे का पैर कटा हुआ था।
SP बोले- थ्रेट कॉल नहीं, मरीज का नंबर था वो
SP सिटी निपुण अग्रवाल ने रविवार को इस केस का खुलासा करते हुए बताया कि डॉक्टर को कोई धमकी नहीं मिली। उन्होंने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए धमकी की झूठी खबर फैलाई। बकौल SP सिटी, डॉक्टर के पास जिस वर्चुअल (इंटरनेट) नंबर से कॉल आई, वो नंबर उन्हीं के मरीज अनीश का है। अनीश ने पैर सूजने के बारे में 2 सितंबर को डॉक्टर अकेला से वॉट्सऐप पर बात की थी और फिर पैर के फोटो भेजे थे। SP सिटी का कहना है कि डॉक्टर ने जिन पैरों को कटा हुआ बताया, वो मरीज के सूजे हुए पैर थे। कुल मिलाकर पुलिस ने इस मामले में अनीश की कोई गलती नहीं मानी है। पूरे मामले में डॉक्टर अकेला को जिम्मेदार ठहराया है, जिन्होंने धमकी की गलत सूचना प्रचारित की।
डॉक्टर अकेला बोले- अगर मेरा जानकार था तो भी मेरी हत्या करना चाहता था
रविवार रात डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला ने वीडियो बयान जारी करते हुए कहा, ”मां भगवती, मां पार्वती, भोलेशंकर की सौगंध खाकर मैं एकदम सच बोल रहा हूं। आज मुझ पर एसपी सिटी ने जो आरोप लगाए हैं, वो पूरी तरह निराधार हैं। मैं ये साबित करना चाहता हूं कि एसपी की बात असत्य है। पुलिस ने जिस व्यक्ति को उठाया है, उससे मेरा कोई ताल्लुकात नहीं है। ये व्यक्ति सिर्फ पांच मिनट के लिए मेरे दोस्त के यहां मिला जरूर था। इसके अलावा मैं इसको नहीं जानता हूं। इसके फोन से जो कन्वर्सेशन हुई है, मैं पुलिस को मुहैया करा चुका हूं। अगर ये मेरा जानकार भी है तो ये मेरी हत्या करना चाहता था। ये मेरा जानकार नहीं, मेरा दुश्मन हो सकता है। अगर मेरी गलती कहीं से निकले तो ये पुलिसवाले हमें जेल न भेजें, फांसी दे दें। मुझे मंजूर है, लेकिन मुझ पर झूठा आरोप न मढ़ें।”
नरसिंहानंद गिरि बोले- डॉक्टर की हत्या हुई तो SP जिम्मेदार
डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने भी डॉक्टर अकेला का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ”ये बात बड़ी नहीं है कि जिसने धमकी दी है, वो डॉक्टर का पूर्व परिचित है। परिचित लोग कई बार हत्या तक कर देते हैं। बीजेपी नेता डॉक्टर बीएस तोमर का कत्ल भी पुलिस की लापरवाही से हुआ था। इसलिए मैं एसपी सिटी से अनुरोध करता हूं कि वो मामले की गहनता से जांच करें। अगर डॉक्टर अकेला की हत्या हुई तो एसपी सिटी जिम्मेदार होंगे।”