(www.arya-tv.com) फ्रांस में मुस्लिम महिलाओं के स्विमिंग पूल में पहनी जाने वाली बुर्किनी को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। यहां ग्रेनोबल के मेयर ने कुछ दिन पहले मुस्लिम महिलाओं को बुर्किनी पहनने की मंजूरी दी थी। कोर्ट ने फैसले को रद्द कर दिया है। यानी अब महिलाएं सार्वजनिक पूल में बुर्किनी नहीं पहन सकेंगी। बुर्किनी एक तरह का स्विमसूट है, जिसे मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं।
अदालत ने मेयर के फैसले को पलटा
दरअसल,16 मई को ग्रेनोबल शहर के मेयर ने आदेश दिया था कि मुस्लिम महिलाएं पूल में बुर्किनी पहन सकती हैं। उस समय मेयर पियोल ने फ्रांस के रेडियो RMC पर कहा था- हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि महिलाएं और पुरुष अपनी मर्जी से कपड़े पहन सकें।
बुर्किनी को लेकर पहले भी हुए विवाद
फ्रांस में बुर्किनी का मुद्दा हमेशा से बहस और विवाद का विषय रहा। इसे लेकर कई बार विवाद खड़े होते रहे हैं। हाल के मामले में गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने ग्रेनोबल के मेयर के फैसले को नामंजूर करते हुए इसे भड़काऊ बताया था।
मेयर का फैसला सेक्यूलरिजम को कमजोर करता है
कोर्ट का फैसला आने के बाद गेराल्ड डारमैनिन ने कहा- ग्रेनोबल शहर के मेयर का बुर्किनी पहनने की छूट देने वाला फैसला सेक्यूलरिजम को कमजोर करने वाला था। कोर्ट ने जो फैसला लिया है वो 2021 में लाए गए अलगाववाद कानून पर आधारित था। 16 मई को भी डारमैनिन ने मेयर के फैसले को फ्रांस के सेक्युलिरज्म के उलट बताया था। साथ ही कहा थी कि वो इसे कोर्ट में चैलेंज करेंगे।
क्या है अलगाववाद कानून ?
इस कानून के तहत सरकार लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के फैसलों को चुनौती दे सकती है। दरअसल, फ्रांस में सेक्यूलरिज्म को लेकर बहुत सख्त कानून हैं। अगर इनके खिलाफ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन या राज्य सरकारें कोई नियम बनाती हैं तो केंद्र सरकार इसे कोर्ट में चैलेंज करती है और कोर्ट इन नियमों को रद्द कर देते हैं। ग्रेनोबल में बुर्किनी को लेकर मेयर का फैसला इसी कानून के तहत पलटा गया।