(www.arya-tv.com) यूपी के DGP मुकुल गोयल को बुधवार रात हटा दिया है। योगी सरकार के इस फैसले के साथ ही DGP के लिए रेस शुरू हो गई है। इस रेस में 4 अफसरों का नाम हैं। पहला नंबर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राज कुमार विश्वकर्मा का है। दूसरे नंबर पर DG विजलेंस डीएस चौहान। तीसरे नंबर पर DG प्रशिक्षण आरपी सिंह और चौथे नंबर पर DG, CBCID गोपाल लाल मीणा का हैं। इन सबके अलावा एक और नाम इस दौड़ में है DG जेल आनंद कुमार का। योगी सरकार जल्द ही इनमें से तीन नाम की लिस्ट अगले DGP की मंजूरी के लिए केंद्र को भेज सकती है।
बेदाग छवि के चौहान, सीनियरिटी के हिसाब से विश्वकर्मा आगे
वरिष्ठता में पांचवें नंबर पर आने वाले 1988 बैच के IPS डीजी इंटेलीजेंस देवेंद्र सिंह चौहान इस रेस में सबसे आगे हैं। इसके पीछे उनकी कार्यशैली, बेदाग छवि और सराकर का करीबी माना जा रहा है। वह 15 फरवरी 2020 से डीजी इंटेलीजेंस के पद पर कार्यरत हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राज कुमार विश्वकर्मा सीनियरिटी के हिसाब से इस पद के मुख्य दावेदारों की सूची में सबसे ऊपर हैं। उनका नाम सरकार द्वारा दिए गए हर काम को बखूबी निभाने वालों की सूची में हैं। इसके चलते उन्हें कई प्रमुख विभागों का अतिरिक्त चार्ज भी समय-समय पर दिया जाता रहा है। उनकी IPS लॉबी में भी अच्छी छवि है।
DG प्रशिक्षण आरपी सिंह और DG, CBCID गोपाल लाल मीणा की वरिष्ठता सूची के चलते नाम चर्चा में है। सरकार के अल्पसंख्यक कार्ड खेलने पर आरपी सिंह को फायदा मिल सकता है। हालांकि, कुछ लोग DG जेल आनंद कुमार का नाम भी ले रहे हैं।
गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक, सरकार DGP के हटने के बाद कोई ऐसा निर्णय लेने के मूड में नहीं है जिसको लेकर विपक्ष मुद्दा बना सके या जिस मकसद से उलटफेर किया जा रहा है वह पूरा न हो। हालांकि, अगले 24 घंटे में DGP कौन होगा इन अटकलों पर विराम लग जाएगा। यानी नए DGP का नाम सामने आ सकता है।
1987-88 बैच का IPS बनेगा DG
सरकार के सभी मानकों पर खरा उतरने के साथ अगले DG बनने के लिए सीनियरिटी के मानक को पूरा करना होगा। प्रदेश सरकार 1987-88 बैच के अफसरों में से DGP को चुन सकती है। इनके नाम को केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। फिर, संघ लोक सेवा आयोग मानक के हिसाब से 3 वरिष्ठ IPS अफसरों को चुनेगा। इसमें से किसी एक को DGP नियुक्त किया जाता है।