(www.arya-tv.com) पंजाब के हाजीपुर सदर अस्पताल से दिल को सुकून देना वाला मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती एक महिला अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रही थी, लेकिन उसे चिंता थी अपने बेटी की शादी की। ऐसे में महिला ने अस्पताल में तैनात ओटी असिस्टेंट मनीन्द्र सिंह को अपनी परेशानी बताई तो वह महिला की बेटी से शादी करने को तैयार हो गया। वहीं, बेटी का कन्यादान कर सिर्फ 2 दिन बाद ही महिला इस दुनिया को अलविदा कह गई।
खाना बनाते वक्त जल गई थी महिला
हाजीपुर की मनिका बेदी 18 अप्रैल को खाना बनाते हुए जल गई थीं। ऐसे में महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में तैनात ओटी असिस्टेंट मनीन्द्र सिंह ने महिला की जमकर सेवा की, लेकिन महिला को अपनी बेटी की शादी की चिंता थी। महिला सोच रही थी कि अगर वह मर गई तो उसकी कुंवारी बेटी का क्या होगा? मनीन्द्र के नेक व्यवहार और अच्छाई को देखकर महिला दबे स्वर से कहती- काश! मेरा ऐसा दामाद होता।
महिला ने एक दिन मनीन्द्र से उसके बारे में पूछा और उससे अपनी बेटी से शादी करने की बात कही। महिला ने कहा कि मेरे पति की पहले ही मौत हो चुकी है, मेरे 6 बच्चे हैं, सबसे छोटी बेटी प्रीति की अभी शादी नहीं हुई। अगर उसकी भी शादी हो जाती तो मैं चैन से मर पाती। महिला के बार-बार पूछने पर मनीन्द्र ने प्रीति से शादी के लिए हां कर दी।
बेटी की शादी के बाद महिला की मौत
महिला की हालत बिगड़ने पर 2 मई को मनीन्द्र ने अपनी मां से तत्काल शादी करने की इजाजत ली। फिर उसने पातालेश्वर नाथ मन्दिर में प्रीति से शादी की, इस शादी में मनिका भी शामिल हुई। उन्होंने अपनी बेटी का कन्यादान किया और 4 मई को दुनिया को अलविदा कह दिया।