‘हिंदू विवाह केवल रजिस्टर्ड न होने से अमान्य नहीं’, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि हिंदू विवाह की वैधता केवल पंजीकरण पर निर्भर नहीं करती. विवाह का रजिस्टर्ड न होना इसे अवैध या अमान्य नहीं बनाता. अदालत ने कहा कि विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र महज एक साक्ष्य (Evidence) है, विवाह की वैधता का आधार नहीं. आजमगढ़ निवासी सुनील दुबे ने फैमिली कोर्ट के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. दरअसल, सुनील दुबे और उनकी पत्नी मीनाक्षी ने 23 अक्टूबर 2024 को हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 13(बी) के तहत आपसी सहमति से तलाक की याचिका दायर की थी. सुनवाई के दौरान फैमिली कोर्ट […]
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