उन्होने कहा कि एक बीएलओ को लगभग 03 हजार घर की गणना करना है। उन्होने निर्देश दिया कि सभी एसडीएम एंव तहसीलदार सुनिश्चित करें कि बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची तैयार करें, किसी एक स्थान पर बैठ कर नही। इस कार्य के लिए तैनात सुपरवाईजर रैण्डमली जाॅच करते रहेंगे। प्रत्येक एसडीएम तथा तहसीलदार को 02 प्रतिशत वोटर लिस्ट की जाॅच मौके पे जाकर करना है।
उन्होने बताया कि तैयार किए गये गणना कार्ड की एक कार्बन प्रति घर के मुखिया अथवा किसी अन्य वरिष्ठ सदस्य को देकर हस्ताक्षर कराया जायेंगा। बीएलओ एवं घर का मुखिया या वरिष्ठ सदस्य कार्ड की तीनों प्रतियों पर हस्ताक्षर करेंगे। प्रत्येक घर के लिए अलग-अलग गणना कार्ड तैयार होंगा।
उन्होने बताया कि गाॅव के आवंटित क्षेत्र के एक-एक घर में जाकर मुखिया अथवा वरिष्ठ सदस्य को सभी मतदाताओं की जानकारी दी जायेंगी। संशोधित या विलोपित होने वाले नामों की जानकारी प्राप्त कर उन्हें गणना कार्ड में दर्ज किया जायेंगा। साथ ही वयस्क सदस्य का नाम दर्ज किया जायेंगा।
उन्होने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने के लिए तहसील को मुख्यालय बनाया गया है। मतदाता सूची के लिए अलग कक्ष आवंटित करें तथा वहाॅ पर सीसी टीवी कैमरा भी लगावे। इस कक्ष में आमजन का आना-जाना प्रतिबन्धित रहेंगा।
एडीएम/उप जिला निर्वाचन अधिकारी रमेश चन्द्र ने बताया कि सभी गाॅव के लिए बीएलओ की तैनाती कर दी गयी है। उन्होने सभी एसडीएम से कहा कि स्थानान्तरण या अन्य कारणों से रिक्त स्थान के लिए पूर्व में आरक्षित 25 प्रतिशत में से बीएलओ की तैनाती पूरी करें। सभी बीएलओ को प्रशिक्षण में उनके कार्य क्षेत्र की जानकारी तथा स्टेशनरी उपलब्ध करा दें।
बैठक में एसडीएम नीरज प्रसाद पटेल, आनन्द श्रीनेत, तहसीलदार पवन जायसवाल, विनोद सिंह, देवकीनन्दन त्रिपाठी, चन्द्रभूषण प्रताप, सभी खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहें।
उन्होने कहा कि एक डाक्टर जनपद के भीतर अधिकतम दो अल्ट्रासाउण्ट सेण्टर में सेवा देने के लिए अधिकृत है। अधिकृत डाक्टर का अल्ट्रासाउण्ट सेण्टर पर फोटो, नाम, पता, मोबाइल नम्बर लगा हुआ बोर्ड होना चाहिए। अधिकृत डाक्टर का अल्ट्रासाउण्ट सेण्टर पर बैठने का समय भी निर्धारित होना चाहिए जो बोर्ड पर दर्शाया जाय।
बैठक में समिति के सदस्य सचिव डाॅ0 सीएल कन्नौजिया ने 19 नयी पत्रावली रजिस्ट्रेशन तथा 03 नवीनीकरण के लिए प्रस्तुत किया। एक आवेदक ने गोरखपुर के एक डाक्टर द्वारा मनाही का लिखित प्रपत्र देने के बावजूद उसके नाम पर रजिस्ट्रेशन का आवेदन पत्र एवं एफीडेविड जमा किया है। जिलाधिकारी ने आवेदक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।
बैठक में सीएमओ डाॅ0 एके गुप्ता, डाॅ0 सुष्मा सिन्हा, डाॅ0 पीके श्रीवास्तव, डीजीसी परिपूर्णा नन्द पाण्डये तथा समिति के सदस्यगण उपस्थित रहें।